गया के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र डुमरिया प्रखंड के मैगरा थाना क्षेत्र का पचमह गांव में भय का ऐसा माहौल है की पूरा गांव हीं खाली हो चुका है. करीब 40 घरों के इस बस्ती में आज सन्नाटा पसरा है. लोग अपने घरों में ताला लगाकर पलायन कर चुके हैं. इसकी वजह है लोगों का डर कही पुलिस उन्हें गिरफ्तार ना कर ले. पुलिस के डर से सभी अपने घर में ताला लगाकर फरार हो गए हैं.
डेढ़ लाख रुपए में झारखंड से बुलाया गया ओझा
पिछले 5 नवंबर को गांव की एक महिला पर डायन का आरोप लगाकर उग्र भीड़ ने घर में जबरन घुस कर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी. घटना के 45 दिन पहले गांव के एक युवक की हर्ट अटैक से मौत हो गई थी. जिसपर ग्रामीणों ने महिला पर डायन होने का आरोप लगाया था. इसके पूर्व महिला को डायन साबित करने के लिए ग्रामीणों के द्वारा कई गावों में चंदा भी किया गया था क्योंकि डेढ़ लाख रुपए में झारखंड से ओझा व भगत को बुलाया गया था. घटना के सुबह से हीं पंचायत लगाई गई और पंचायत में कुछ फैसला होता की इसके पूर्व ही उग्र सैकड़ो की भीड़ ने महिला के घर पर हमला बोल दिया. जबरन घर में घुसकर महिला के साथ मारपीट की गई. जिसके बाद पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया गया.
गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हुआ पूरा गांव
घटना के बाद मृतक महिला हेमंती देवी के परिजनो में भय का माहौल है. उन्हे आशंका है कि कहीं ग्रामीण उनपर हमला ना कर दें. उससे बचने के लिए पास के दूसरे गांव में ही अपने रिश्तेदार के यहां चले गए हैं. परिजनों द्वारा 68 लोगों पर नामजद प्राथमिकी तथा 200 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसमें 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, दूसरी तरफ ग्रामीण पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए घर में ताला जड़कर पलायन कर चुके हैं.
चलाया जाएगा जागरूकता कार्यक्रम
इस घटना पर डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने बताया की मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना के तहत मृतक के परिजनों को राशि दी गई है. उस क्षेत्र में अंधविश्वास को खत्म करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा. एसएसपी हरप्रीत कौर ने सभी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के वारंट व इश्तेहार की कार्यवाई करने का निर्देश दिया है.
इनपुट - अजीत कुमार
HIGHLIGHTS
. झारखंड से बुलाया गया था ओझा
. फरार हुआ पूरा गांव
. 14 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
Source : News State Bihar Jharkhand