बिहार में खाकी भी बदमाशों के कहर से सुरक्षित नहीं है. ऐसा हम नहीं बल्कि खुद बिहार का पुलिस महकमा कह रहा है. खासकर 2022 तो बिहार पुलिस के लिए किसी काल से कम नहीं रहा. 2022 में 450 से ज्यादा बार पुलिस टीम पर बदमाशों द्वारा हमला किया गया. पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में 6 हजार से भी ज्यादा लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई और गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. आज बिहार के एडीजी कानून व्यवस्था संजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर पुलिस पर हमला करने वाले मामलों की जानकारी दी.
ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, जब पुलिस टीम द्वारा शराब या दूसरे बड़े मामलों में अभियुक्तों को गिरफ्तार करने या छापेमारी करने गई तो पुलिस पर भीड़ ने हमला किया. 2020 से ही बिहार पुलिस पर हमलों का सिलसिला शुरू हुआ जो अबतक जारी है. एडीजी संजय सिंह द्वारा बताए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2022 और 2021 में 340 बार पुलिस पर हमला हुए लेकिन अकेले 2022 में 450 से अधिक बार विभिन्न जगहों पर पुलिस टीम पर हमला हुआ. इन हमलों में अग्निवीर योजना का विरोध कर रहे युवाओं के हमले भी शामिल हैं. 2022 में हुए पुलिस टीम पर हमलों के मामले में 6000 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
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अग्निवीर योजना के विरोध में भी पुलिस पर हमला
ADG कानून व्यवस्था संजय सिंह ने बताया कि बिहार में आम तौर पर दो मामलों में सबसे अधिक पुलिस पर हमले किए गए. पहले मामले शराब से जुड़े हैं और दूसरे बड़े अपराधियों को पकड़ने के दौरान हमले हुए हैं. 2022 में इंडियन आर्मी की अग्निपथ योजना के विरोध में भी पुलिस टीम पर कई जगहों पर हमला किया गया था.
नामजद रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश
एडीजी संजय सिंह ने बताया कि राज्य के सभी पुलिस कप्तानों को इस बात का स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि पुलिस टीम पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हमला करने का मामला ना दर्ज किया जाए बल्कि नामजद लोगों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की जाए. सभी रेंज IG और DIG को को भी निर्देश दिया गया है कि पुलिस टीम पर हमला करनेवालों की पहचान मौके के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर करें और फिर उनका नाम केस में दर्ज करें.
पूरी तैयारी के साथ छापेमारी करने जाये पुलिस टीम
एडीजी ने कहा कि जो भी कानून तोड़ेगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही एडीजी ने जन सामान्य से अपील की है कि सरकार संपत्ति को नुकसान ना पहुंचाएं अगर कोई समस्या हैं तो उनसे सीधा लोग सम्पर्क कर सकते हैं. पुलिस अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए गए हैं कि वो जब भी छापेमारी करने के लिए जाएं या किसी बड़े अपराधी की गिरफ्तारी करने के लिए दबिश देने जाएं तो टीम के साथ जाएं और बॉडी प्रोटेक्टर और हेलमेट पहनकर पूरी तैयारी के साथ जाएं.
HIGHLIGHTS
- बिहार पुलिस के लिए अच्छा नहीं रहा साल 2022
- 450 से ज्यादा बार पुलिस टीम पर किया गया हमला
- ADG (कानून व्यवस्था) संजय सिंह ने दी जानकारी
Source : News State Bihar Jharkhand