कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखंड के पहाड़पुर पंचायत को जोड़ने वाली सड़क जो वर्षों से विकास की राह देख रहा है. कई सालों पहले बना ये सड़क इतना जर्जर हो चुका है कि सड़क में गड्ढ़े हैं या गड्ढ़े में सड़क, ये तय करने में मुश्किल हो रही है. बारिश के दिनों में इस सड़क पर कीचड़ और पानी भरने से लोगों का इस सड़क पर चलना फिरना असंभव तो हो ही जाता है. दुर्घटनाओं की भी आशंका कई गुना बढ़ जाती है. स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां की बड़े-बड़े प्रतिनिधि सिर्फ बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन यहां का विकास नहीं करते. रिंग बांध पर बने इस सड़क पर आए दिन राहगीर घटनाग्रस्त होते हैं, लेकिन अब तक इस सड़क पर सरकार और उनके मुलाजिमों की नजर नहीं पड़ी.
जर्जर रोड की वजह से चलना-फिरना मुश्किल
ऐसा नहीं है की बड़े-बड़े प्रतिनिधि इस सड़क की स्थिति से अवगत नहीं है या इस सड़क से होकर गुजरे नहीं है, लेकिन हालात अब तक जस की तस है. स्थानीय मुखिया की मानें तो सड़क निर्माण नहीं होने के पीछे सबसे बड़ी लापरवाही महानंदा विभाग की है. स्थानीय लोगों के मुताबिक लगभग एक किलोमीटर का यह रिंग बांध महानंदा नदी के कटाव के आगोश में आ गया था. जिसके बाद ये एक किलोमीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया.
सड़क में गड्ढ़े हैं या गड्ढ़े में सड़क
इसके बाद महानंदा विभाग के द्वारा बांध के निर्माण के लिए भूमि का अधिग्रहण किया गया. जिसको लेकर लाभुकों को मुआवजा देना था, लेकिन अब तक तीन लाभुकों को छोड़कर किसी को भी मुआवजा नहीं दिया गया है. जिस वजह से लोगों ने सड़क निर्माण का काम बंद करा दिया है. अब लारपवाही किसी की भी हो, यहां जरूरत है कि लोगों को जल्द से जल्द मुआवजा देकर जर्जर सड़क के निर्माण को पूरा करें ताकि ग्रामीणों को वे सभी सुविधा मिल सके जिसके वे हकदार हैं.
HIGHLIGHTS
- सड़क में गड्ढ़े या गड्ढ़े में सड़क
- चलना-फिरना हुआ मुश्किल
- प्रशासन की नहीं खुल रही नींद
Source : News State Bihar Jharkhand