बिहार की राजनीति में एक नई हलचल देखने को मिल रही है. जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर जहां सरकार ने जेपी की पुण्यतिथि को राजकीय समारोह के रूप में मनाने की घोषणा कर दी. पहले सिर्फ जेपी की जयंती के मौके पर राजकीय समारोह आयोजित किया जाता था. बीजेपी और JDU दोनों ही खुद को जेपी का सबसे बड़ा हिमायती बता रहें हैं. ऐसे में अब नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार लोकनायक के सिद्धांतों को तिलांजली देकर भ्रष्टाचारियों की गोद में जा बैठे हैं, उन्हें खुद को जेपी का शिष्य कहने का नैतिक अधिकार नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि जेपी ने जिस भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तानाशाह के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था लेकिन आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उसके खिलाफ भ्रष्टाचारियों की गोद में बैठकर सरकार चला रहे हैं. नीतीश कुमार का अब कोई नैतिक अधिकार नहीं बनता है कि वे खुद को जेपी का शिष्य कहें. नीतीश कुमार कांग्रेसियों और भ्रष्टाचारियों के साथ मिलकर बिहार में धोखा और भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.
केवल इतना ही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जेपी के नाम पर राजनीत करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आज जब देश के गृहमंत्री जेपी की जयंती पर बिहार आ रहे हैं तो नीतीश कुमार जेपी की पुण्यतिथी पर राजकीय समारोह की घोषणा करते हैं. आज जब बीजेपी बापू और जेपी के सिद्धांतों को जमीन पर उतारने का काम कर रही है तो ये उसपर राजनीति कर रहे हैं. जेपी ने जिसके विरुद्ध संपूर्ण क्रांति का आंदोलन चलाया नीतीश कुमार आज उसी के साथ सरकार में हैं. नीतीश कुमार जेपी के सिद्धांतों को तिलांजली दे चुके हैं, उनका जेपी से कोई लेना देना नहीं है.
Source : News State Bihar Jharkhand