गांधी शिल्प बाजार में एक मासूम है दुकानदार, जानिए आखिर क्या है वजह
गांधी शिल्प बाजार में एक ऐसा स्टॉल है जहां मासूम बच्चा दूकानदार है. छोटा दुकानदार एल के जी का छात्र है. दूकान भी छोटे बच्चे के खिलौने का है. खिलौना भी ऐसा जो हर बच्चे के मन को भा जाएगा. हरे हरे तोते की ओर हर बच्चा आकर्षित हो रहा है.
मुजफ्फरपुर में गांधी शिल्प बाजार का उद्घाटन किया गया है. इस मेले में तरह तरह के दुकान लगे हैं जो लोगों को आकर्षक कर रहे हैं, लेकिन इस मेले में एक दुकान ऐसी है जहां आते ही लोगों की नजरें रुक जा रही है. इस दुकान का दुकानदार ऐसा है जो लोगों का मन मोह ले रहा है. एक 5 साल का बच्चा जिसने इस मेले में अपनी एक दुकान लगाई है. दुकान भी खिलौनों कि जिसे देख लोग अपने आप को उसके दुकान के पास जाने से रोक नहीं पा रह हैं. मासूम बच्चे को उम्मीद है कि इस मेले में उसकी अच्छी कमाई होगी.
एक मासूम बच्चा है दुकानदार
दरअसल गांधी शिल्प बाजार में एक ऐसा स्टॉल है जहां मासूम बच्चा दूकानदार है. छोटा दुकानदार एल के जी का छात्र है. दूकान भी छोटे बच्चे के खिलौने का है. खिलौना भी ऐसा जो हर बच्चे के मन को भा जाएगा. हरे हरे तोते की ओर हर बच्चा आकर्षित हो रहा है और छूकर मजे ले रहे हैं. बता दें कि गांधी शिल्प बाजार 2023 प्रशासन और शासन की ओर से आयोजित शिल्प कला को बढ़ाने वाला बाजार है. शिल्प बाजार 2023 मेले का उद्घाटन मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने किया है. इस बाजार का सबसे आकर्षक तोता बेचने वाला छोटा मासूम दूकानदार मिराज है.
आपको बता दें कि मिराज अपने पिता के कारोबार में सहयोग कर रहा है. मिराज के पिता तोता बनाते हैं और मिराज उस तोते को बेचता है. नन्हे मासूम मिराज को उम्मीद है कि उसके तोते की बिक्री अच्छी खासी होगी और खूब मुनाफा होगा. उसके दुकान में एक तोते की कीमत मात्र 10 रुपया है. मिराज ने बताया कि पढ़ाई के साथ - साथ अपने पिता के कारोबार में हाथ बटाने में अच्छा लगता है.
HIGHLIGHTS
गांधी शिल्प बाजार में एक मासूम बच्चा है दुकानदार
मिराज अपने पिता के कारोबार में करता है सहयोग
नन्हे मासूम मिराज को अच्छी खासी बिक्री की है उम्मीद