बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने राज्य में शराब बंदी कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी का 5 साल हो चुका है, इसके सफलता पर विचार करना बेहद जरूरी है. शराब कानून को एक बार रिव्यू करने की हर हालत में जरूरत है. शराबबंदी कानून फेल होने का कारण पुलिस है. बिहार में कुछ जगहों पर पुलिस शराब बिक्री का हिस्सा बन चुकी है. जहां पर पुलिस का प्रभाव ज्यादा है वहां पर चोरी-छिपे शराब बिक्री हो रही है. शराबबंदी कानून को पुनः देखने की आवश्यकता जरूरी है.
संजय जयसवाल ने कहा कि पूर्वी चंपारण मेरे संसदीय क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री की स्थिति भयावह है. पूर्वी चंपारण में पुलिस प्रशासन के सहयोग से शराब का काम चल रहा है. प्रशासन के सहयोग से जहां पर एक नंबर की शराब बिक्री हो रही है वहां पर इस तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है. जहां पर शराब बिक्री रोक को लेकर पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है वहां पर इस तरह की घटना हो रही है. राज्य के हित के लिए यह प्रयास मुख्यमंत्री ने किया है.
पूरे देश में शराब बंदी होनी चाहिए, यह महात्मा गांधी की इच्छा थी: CM नीतीश
आपको बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को शराबबंदी में रोल मॉडल बताया था. नीतीश कुमार ने कहा था कि इसे (शराब बंदी) न केवल आसपास के राज्यों में बल्कि पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए. यह महात्मा गांधी की इच्छा थी, उन्होंने कहा था कि शराब जीवन को नष्ट कर देती है. नई दिल्ली में 'शराब मुक्त भारत' पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य नीतीश कुमार पहुंचे थे.
Source : Rajnish Sinha