कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच बिहार के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. राष्ट्रीय सैंपल सर्वे के ताजा आंकड़ों के अनुसार, बिहार में शिशु मृत्युदर में भारी कमी आई है. अब बिहार में मृत्युदर 35 से घटकर 32 प्रति हजार पर आ पहुंची है. इसके अलावा बिहार की शिशु मृत्युदर भी राष्ट्रीय औसत के बराबर हो गई है. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने इसकी जानकारी दी है.
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स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ट्वीट कर कहा, 'बिहार के लिए बड़ी खुशखबरी है. बिहार के शिशु मृत्युदर में भारी कमी आई है. अब राज्य में शिशु मृत्युदर 35 से घटकर 32 हुआ. बिहार का शिशु मृत्युदर अब राष्ट्रीय औसत के बराबर हुआ. यह बिहार के चिकित्सकीय सेवा के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है.' हालांकि आपको बता दें कि यह आंकड़े साल 2018 के हैं.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2017 में बिहार में शिशु मृत्यु दर प्रति हजार पर 35 थी, जबकि देश में 33 थी. जो एक साल बाद यानी 2018 में काफी घट गई. 2018 में बिहार में शिशु मृत्युदर घटकर 32 प्रति हजार पर आ गई. यह इसी साल राष्ट्रीय औसत के बराबर रही.
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इसके अलावा साल 2017 में सामान्य मृत्यु दर बिहार में प्रति हजार पर 5.8 थी और देश में यह दर 6.3 थी. हालांकि 2018 में सामान्य मृत्युदर में कोई गिरावट नहीं आई. यह 2017 की तरह ही 2018 में भी प्रति हजार पर 5.8 ही रही. जबकि इसी साल देश में सामान्य मृत्युदर 6.3 से घटकर 6.2 आ गई. इसी तरह सामान्य जन्मदर के मामले में बिहार का औसत प्रति हजार पर 26.4 था. जो 2018 में यह औसत बिहार में 26.2 पर आ गया.
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