बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) के तीसरे और अंतिम चरण के तहत 78 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को मतदान होगा. सभी की निगाहें राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी महागबंधन (Mahagatbandhan) के बीच कांटे के मुकाबले पर टिकी हैं. चुनाव में राजग जहां एंटी इन्कम्बेंसी फैक्टर को टालने के लिये पूरा जोर लगा रहा है, वहीं राजद नीत महागठबंधन भी पूरे जोश में है. बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, निर्वाचन आयोग के निर्देशन में निर्वाचन विभाग निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव कराने के लिये कृतसंकल्प है. जिलों में मतदान कर्मियों की प्रतिनियुक्ति तथा कोविड-19 संक्रमण से बचते हुए समस्त गतिविधियां संचालित की जा रही हैं.
33,782 मतदान केंद्र
आयोग ने बताया कि तीसरे चरण के तहत कुल 78 विधानसभा क्षेत्रों और बाल्मिकीनगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिये प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आयोग के मुताबिक सभी 78 विधानसभा क्षेत्रों में 33,782 मतदान केंद्रों के लिये इतनी ही संख्या में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) सेट तथा वीवीपीएटी के प्रबंध किये गए हैं. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के मुताबिक, इसके साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था के तहत अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है तथा चुनिंदा मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की भी व्यवस्था होगी.
यह भी पढ़ेंः बिहार चुनाव: अंतिम चरण के मतदान में नीतीश के 12 मंत्रियों का भविष्य दांव पर
15 जिले की 78 विधानसभा सीटों पर मतदान
राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को मतदान होगा, जिसमें करीब 2.34 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे और 1204 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. इन उम्मीदवारों में विधानसभा अध्यक्ष और राज्य मंत्रिमंडल के 12 सदस्य शामिल हैं. बाल्मिकीनगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव जद (यू) सांसद वैद्यनाथ महतों के निधन के कारण कराया जा रहा है. जद (यू) ने दिवंगत वैद्यनाथ महतों के पुत्र सुनील कुमार को टिकट दिया है जिनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार तथा पत्रकारिता से राजनीति में आए प्रवेश कुमार मिश्रा से है.
कोसी-सीमांचल में ओवैसी बिगाड़ेंगे समीकरण
बाल्मिकीनगर की तरह ही जिन 78 विधानसभा सीटों पर मतदान होने वाला है, उनमें से कई सीटें उत्तर बिहार में और गंगा नदी के उत्तर में स्थित हैं. इनमें से कुछ सीटें कोसी-सीमांचल क्षेत्र में हैं जहां राजग और महागठबंधन की लड़ाई के बीच एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है. कुछ महीने पहले तक सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिये आसान दिख रहे चुनाव को 'चुनावी पंडितों' ने अब अब 'कांटे की टक्कर ' बताना शुरू कर दिया है. इसे लेकर वे सत्तारूढ़ गठबंधन के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की मतदाताओं से भावनात्मक अपील को रेखांकित कर रहे हैं.
यह भी पढ़ेंः बिहार में किसी भी सदन का सदस्य नहीं होने के कारण नीतीश सरकार के 2 मंत्रियों की छुट्टी
पीएम मोदी ने 12 रैलियां की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के क्रम में 12 रैलियों को संबोधित किया. बिहार की जनता के नाम अपने पत्र में मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि बिहार का विकास निर्बाध रूप से जारी रखने के लिये उन्हें नीतीश कुमार की जरूरत है. दूसरी ओर, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार ने गुरुवार को पूर्णिया के धमदाहा में भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि राज्य में हो रहा विधानसभा चुनाव उनका अंतिम चुनाव है.
सभी ने झोंका प्रचार में खुद को
कभी अपराजेय माना जाने वाला राष्ट्रीय जनता दल इस चुनाव में जीत के लिये कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. विधानसभा चुनाव में राजद का कांग्रेस, भाकपा, माकपा और भाकपा-माले से गठबंधन है. भाजपा ने विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए अपने कई दिग्गजों को मैदान में उतारा जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हैं.
यह भी पढ़ेंः दिल्ली की जहरीली हवा पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, सरकार से कहा- एक्शन लें
1,204 प्रत्याशी मैदान में
तीसरे चरण के चुनाव में पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली तथा समस्तीपुर जिलों की विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इस चरण में कुल 1,204 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 110 महिलाएं हैं. गायघाट में सबसे अधिक (31) प्रत्याशी हैं वहीं चार विधानसभा क्षेत्रों ढाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट और बहादुरगंज में सबसे कम प्रत्याशी (9) हैं. इस चरण में भाजपा के 35, जद (यू) के 37 और राजद के 44 उम्मीदवार मैदान में हैं.
विधानसभाध्यक्ष के अलावा 11 मंत्री भी मैदान में
इस चरण में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के अलावा सरकार के 11 मंत्रियों -विजेन्द्र प्रसाद यादव, महेश्वर हजारी, विनोद नारायण झा, खुर्शीद अहमद, प्रमोद कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, बीमा भारती, कृष्ण कुमार ऋषि, नरेन्द्र नारायण यादव, रमेश ऋषिदेव, सुरेश शर्मा सहित 1204 उम्मीदवार मैदान में हैं.
यह भी पढ़ेंः LIVE: जो बाइडेन जादुई आंकड़े से अभी भी दूर, जॉर्जिया में दोबारा होगी वोटों की गिनती
महिलाओं की बराबरी करने की पुरुषों के सामने चुनौती
तीसरे और अंतिम चरण की वोटिंग में पुरुषों के सामने महिलाओं को मात देने की बड़ी चुनौती होगी. अब मतदान के बाद पता चलेगा कि इस चरण में पुरुषों ने महिलाओं से अधिक वोटिंग की या नहीं. कोरोना काल के बावजूद बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए हुए मतदान के दौरान महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में जमकर वोटिंग की थी. जानकारी के अनुसार कुल 55.70 फीसदी मतदान हुआ था. दूसरे चरण के चुनाव में पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने करीब छह फीसदी अधिक मतदान किया था. पुरुष मतदाताओं में 52.92 फीसदी ने मतदान किया, जबकि कुल महिला मतदाताओं में 58.80 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया.