हाजीपुर पूर्व मध्य रेलवे से है, जहां गया रेलखंड पर हुए ट्रेन ड्रेल मामले की जांच का आदेश दिया गया है. रेलवे के द्वारा बताया गया है कि जांच के बाद ही ट्रेन के ड्रेल होने का कारण स्पष्ट हो पाएगा. पूमरे के द्वारा आगे बताया गया कि युद्ध स्तर पर मौके पर काम चल रहा है. तमाम सामग्रियों को उठा लिया गया है. बहुत जल्द डायवर्ट की गई ट्रेनों का भी संचालन भी वहां से किया जाएगा. वहीं, बताया जा रहा है कि दो पैसेंजर ट्रेन को रोका गया है क्योंकि उनके जाने का एकमात्र रास्ता उधर से ही गुजरता है. इस विषय पर पूर्व रेलवे के सीपीआरओ विजेंद्र कुमार ने बताया कि सुबह 3:15 पर स्टेशन प्वाइंट के पास है. जिसमें हमारी तीन बोगियां लोडेड सीमेंट वाली ड्रेल कर गई हैं.
अभी तक उसको उठा लिया गया है और ट्रैक फिटनेस का भी काम चल रहा है. ट्रैक फिटनेस होते ही हम गाड़ी चला लेंगे. डाउन में पहले से ही गाड़ियां चल रही थी. अप डायरेक्शन में गाड़ियां बाधित थी, जो चलने लगेंगी. तब तक उनको झाझा की ओर से होकर डायवर्ट कर दी गई है. इस मामले में दो लोकल ट्रेनों को रद्द किया है, जिसका इस रास्ते को क्रॉस करने के अलावा कोई और डायवर्सन का रास्ता नहीं था. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.
बता दें कि गया-पहाड़पुर स्टेशन के बीच टनकुप्पा स्टेशन पर सुबह मेल लाइन पर 42 बोगियों वाली मालगाड़ी की तीन बोगी पटरी से नीचे उतर गई थी. हालांकि इस मामले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. बताया गया कि धनबाद मंडल के गया-कोडरमा रेलखंड पर मालगाड़ी आ रही थी. इसी क्रम में टनकुप्पा स्टेशन के समीप ब्रेक फंसने की वजह से ट्रेन बेपटरी हो गई थी. इससे मालगाड़ी की तीन बोगियां पटरी से उतर गई. हालांकि कोई बड़ा हादसा इस बीच नहीं हुआ, लेकिन ट्रेनों का परिचालन जरूर बाधित हुआ है.
रिपोर्टर- दिवेश कुमार
HIGHLIGHTS
- मालगाड़ी की तीन बोगी हुई बेपटरी
- 7 ट्रेनों के बदले गए रूट
- टनकुप्पा स्टेशन पर घटी घटना
Source : News State Bihar Jharkhand