नवरात्रि का आज आठवां दिन है. इस दिन मां दुर्गा के आठवें रूप मां महागौरी की पूजा का विधान है. मां दुर्गा की आठवीं शक्ति मूल भाव को दर्शाती है और इनकी पूजा करने से सोम चक्र जाग्रत होता है. देवीभगवत पुराण के मुताबिक 9 रूप और 10 महाविद्याएं सभी आदिशक्ति के अंश और रूप हैं, लेकिन महादेव के साथ अर्धांगिनी स्वरूप में महागौरी सदैव विराजमान रहती है. मां महागौरी की कृपा से सभी संकट दूर हो जाते हैं और हर असंभव काम पूरा हो जाता है. कुछ घरों में महाअष्टमी तिथि पर ही कन्या पूजन हो जाता है, लेकिन कुछ घरों में महानवमी तिथि को कन्या पूजन करते हैं.
देवघर में मां दुर्गा का महास्नान
इधर देवघर के तमाम पूजा मंडप में माता शक्ति स्वरूपा देवी भगवती के दर्शन के लिए पट खोल दिए गए. पट खुलते ही तमाम पूजा पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़नी शुरू हो चुकी हैं. हर तरफ लोग मां दुर्गा के जयकारे लगा रहे हैं और भक्ति में डूबे नजर आ रहे हैं. देवघर के बंपास टाउन स्थित देवसंघ आश्रम के नवदुर्गा मंदिर में ऋषि-मुनियों की परंपरा को निभाते हुए मां दुर्गा का महास्नान कराया गया. आपको बता दें कि देवघर के देवसंघ में नवरात्रि की महासप्तमी के दिन महास्नान की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. इस महास्नान के तहत मां को देश-विदेश के कई स्थानों से लाए गए जल से स्नान कराया जाता है. वर्षों से चली आ रही यह परंपरा अनोखी है. आश्रम से जुड़े भक्त समवेत विधि से नवरात्र की महासप्तमी से मां की प्रतिमा को सात महासागर, सात समुद्र और सात नदियों के पवित्र जल से महास्नान करवाते हैं.
रांची में लकड़ियों का पंडाल
मां दुर्गा के नवरात्रे चल रहे हैं और जगह-जगह पूजा पंडाल बनाए गए हैं, लेकिन रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति ने बेकार पड़ी लकड़ियों का इस्तेमाल करके बेहद ही खूबसूरत पूजा पंडाल बनाया है. पंडाल को बनाने में लगभग तीन महीने लगे. पंडाल की कारीगरी लोगों को अपनी तरफ बार-बार खीच रही है, जो भी पंडाल को देख रहा है बिना तारीफ किए नहीं जा रहा है.
मां दुर्गा को फायरिंग कर सलामी
मां दुर्गा के नवरात्रें चल रहे हैं और लोग अपने अपने तरीके से मां की पूजा अर्चना कर रहे हैं, लेकिन डोरंडा में बने जैप वन छावनी में महासप्तमी के दिन अलग ही तरीके से पूजा अर्चना की गई. पहले तो जवानों ने मां दुर्गा को फायरिंग कर सलामी दी और उसके बाद माता के 9 स्वरूपों के रूप में 9 पेड़ों की पूजा की गई और फिर फूल पाती शोभायात्रा भी निकाली गई. आपको बता दें कि नवरात्र के दौरान जैप के सभी पुलिस जवान पूजा करने के बाद अपने काम पर जाते हैं. अस्त्र-शस्त्र की पूजा करने की परपंरा सन 1880 से चलती आ रही है. पूरे नौ दिनों तक सभी भक्ति रस में डूबे रहते हैं. फूल पाती यात्रा में पेड़ पौधों की पूजा की जाती है.
साहेबगंज में भव्य मेला
साहेबगंज जिले के राजमहल प्रखंड पर स्तिथ मां उत्तर वाहिनी गंगा नदी के तट पर लगने वाली देश विदेशों में विकसित भव्य मेला की तैयारी सर्वजनिक दुर्गा पूजा समिति मंगलहाट के सदस्य जोर शोर से कर रहे हैं. मंदिर समिति के सदस्यों की ओर से इस भव्य मेला की रौनक को बढ़ाने के लिए गंगा नदी में नव रेस, डांडिया सहित कई अन्य दिलचस्व प्रोग्राम भी रखा गया है. इसके आलावे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मंदिर समिति की ओर से महिला और पुरुष शौचालय मेडिकल उपचार एवं खोया-पाया केंद्र भी बनाया गया हैं. मेले में आने वाले लोगों को परेशानी ना हो इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है.
रामगढ़ के केदारनाथ मंदिर का महत्व
शारदीय नवरात्र में मां दुर्गे के रंग में रंगा रामगढ़, पूरे जिले भर के खूबसूरत दुर्गा पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. रामगढ़ के हृदय स्थली सुभाष चौक में केदारनाथ मंदिर का भव्य प्रारूप बनाया गया है. मां दुर्गा पंडालों में भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. एसपी पीयूष पांडे ने जिले वासियों से अपील किया है कि वे अपने संपत्ति और अपने बच्चों का खास ख्याल रखे.
Source : News Nation Bureau