आज सीएम नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे का तीसरा और आखिरी दिन है. नीतीश कुमार आज भी कई बड़े नेताओं से मुलकात करेंगे. इनमें सबसे पहले सुबह 10:30 बजे CPI (ML) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से मुलाकात की. इसके बाद दोपहर बाद 3:30 बजे शरद पवार से मुलाकात मिलेंगे. वहीं, शाम 5:15 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे. जबकि शाम 6.15 बजे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगे. नीतीश कुमार इसके बाद आज ही पटना के लिए रवाना हो जाएंगे.
मिशन-2024 के तहत सीएम नीतीश ने कल भी कई बड़े नेताओं से मुलाकात की और विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश की. सीएम नीतीश ने कल CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी, महासचिव CPI डी राजा और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. तो वहीं INLD अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से भी मिले. इसके अलावा जेडीयू के ही पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से मुलाकात के साथ ही अपने दौरे के पहले दिन सीएम नीतीश ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी.
लोकसभा चुनाव में अभी भले ही डेढ़ साल का वक्त बाकी हो, लेकिन सियासी ताना-बाना बुना जाने लगा है. 2024 में नरेंद्र मोदी के खिलाफ चेहरा बनने के लिए नेताओं की फेहरिश्त काफी लंबी है, लेकिन बिखरे हुए विपक्ष की एकता का सूत्रधार कौन होगा, ये सबसे बड़ा सवाल है. ममता बनर्जी से लेकर अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के केसीआर तक अपनी-अपनी कोशिशें कर रहे हैं तो कांग्रेस की भी अपनी दावेदारी है. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पाला बदलने के साथ ही अब विपक्ष को एकजुट करने का बीड़ा उठाया है. इन तमाम प्रयासों के बीच बड़ा सवाल यही है कि मोदी के सामने विपक्ष का चेहरा कौन? नीतीश कुमार की बात करें तो पांच ऐसे फैक्टर हैं, जिनके आधार पर वो 2024 में विपक्ष का चेहरा बनने की कोशिशों में लगे हैं.
- विपक्ष को नेता की तलाश
- नीतीश की साफ सुथरी छवि
- ओबीसी फैक्टर में फिट नीतीश
- कांग्रेस को भी हो सकते हैं स्वीकार्य
- तीसरे फ्रंट को भी एकजुट कर सकते हैं
Source : News Nation Bureau