बिहार में विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं और नई सरकार के गठन को लगभग करीब 4 महीने हो चुके हैं. लेकिन राजनीतिक दलों के बीच खींचतान से सूबे की सियासत अब भी गरमाई है. बिहार में दल-बदल का दौर अभी तक चल रहा है. अलग-अलग दलों के नेताओं के बीच मुलाकातों के साथ राजनीतिक दलों में टूट पड़ी हुई है. तमाम दलों के नेताओं की पार्टी के खिलाफ बगावत देखने को मिल रही है. फिलहाल मुसीबत लोक जनशक्ति पार्टी के लिए आ खड़ी हुई है. विधानसभा चुनाव के वक्त जिस तरह लोजपा ने जदयू के खिलाफ माहौल बनाया, वह अब उसी पर भारी पड़ता नजर आ रहा है. लोजपा से भारी संख्या में नेताओं के जदयू में जाने की अटकलें हैं.
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दावा किया जा रहा है कि लोजपा में बड़ी टूट होने जा रही है. लोजपा के निष्कासित पूर्व प्रवक्ता केशव सिंह ने यह दावा किया है. उन्होंने कहा है कि कई दर्जन नेता 18 फरवरी (आज) लोजपा को छोड़कर जदयू में शामिल हो सकते हैं. केशव सिंह का दावा है कि करीब 5 दर्जन से अधिक नेता लोजपा का दामन छोड़ने का मन बना चुके हैं, जिसमें कई जिलाध्यक्ष भी हैं. केशव सिंह की मानें तो इन बागी नेताओं ने हाल ही में एक बैठक में लोजपा को छोड़ने का फैसला लिया था. जो 18 फरवरी यानी आज को जदयू के पटना कार्यालय में मिलन समारोह में औपचारिक तौर पर नीतीश की पार्टी के साथ जुड़ेंगे. गौरतलब है कि इसके पहले जनवरी में भी लोजपा के 27 नेताओं ने एक साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
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हालांकि लोजपा को एक बड़ा झटका बुधवार को भी लगा, जब रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. रामेश्वर प्रसाद चौरसिया पिछले साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा को छोड़कर लोजपा में शामिल हुए थे. चौरसिया ने 2020 में लोजपा से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लोजपा से इस्तीफा देने के बाद चौरसिया ने आगे की रणनीति के बारे में खुलासा नहीं किया, लेकिन संभावना जताई जा रही है वे फिर से बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- लोक जनशक्ति पार्टी में हो सकती है बड़ी टूट!
- कई दर्जन नेता ज्वॉइन कर सकते हैं JDU
- बीते दिन रामेश्वर चौरसिया ने छोड़ी पार्टी
Source : News Nation Bureau