बिहार के नालंदा में दो दिन पहले मिले कटे हाथ पैर का धड़ पुलिस ने बरामद किया है. शव को छह टुकड़ों में काटा गया है. मृतक की पहचान नानंद गांव निवासी नरेश चौधरी के पुत्र विकास कुमार चौधरी के रूप में हुई है. हत्या के 4 दिन बाद युवक के पूरे शव को बरामद किया गया है। मामले में सिलाव थाने और नूरसराय थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए नूरसराय के वारा खुर्द से एक महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में दोनों ने विकास कुमार चौधरी की हत्या अपने अन्य साथियों के साथ अपने ही घर में मिलकर करने की बात मानी है. उसके बाद शव के 6 टुकड़े करके अलग-अलग जगहों पर ले जाकर फेंक दिया.
हत्यारोपी दंपत्ति की निशानदेही पर शव के सभी टुकड़ों को पुलिस ने इकट्ठा किया और शनिवार की देर रात दीपनगर थाना इलाके के रानाविगह पुल के पास से धड़ को बरामद किया. वहीं, मृतक की बाइक फतुआ गंगा घाट से और सिर पुनपुन नदी से पुलिस ने बरामद किया है.
मृतक विकास कुमार चौधरी और जयंती नाम की लड़की की दोस्ती बिहारशरीफ में पढ़ाई के दौरान वर्ष 2008 में हुई थी. लड़की की शादी नूरसराय थाना क्षेत्र के वारा खुर्द गांव निवासी रंजन कुमार से होने के बाद भी दोनों के बीच प्रेम खत्म नहीं हुआ था. अबतक हुई पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि जयंती ने अपने पति को ऑटो दिलाने के लिए विकास से पैसे लिए थे. पैसे मांगने पर जयंती और विकास कुमार के बीच कहासुनी हो गई थी.
बताया जा रहा है कि 16 नवंबर की शाम विकाश कुमार अपने घर नानंद से बाइक पर सवार होकर निकला था और सीधे लड़की के घर वारा खुर्द पहुंचा, जहां लड़की जयंती, उसके पति व अन्य लोगों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी थी और शव के 6 टुकड़े करके अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था.