बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून लागू है लेकिन 6 साल पहले लागू हुआ शराबबंदी कानून आज भी धरातल पर पूरी तरह से लागू नहीं हो पाया है. आए दिन शराब बरामद होने की खबरें और जहरीली शराब पीकर लोगों की मरने की खबरें आती रहती हैं. इस बीच बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मांग की है कि बिहार में शराबबंदी को खत्म कर दिया जाए. इसके पीछे मांझी ने तर्क दिया है कि बिहार में शराब ना मिलने की वजह से पर्यटक नहीं आते हैं वो यूपी और झारखंड चले जाते हैं.
बता दें कि गया में भगवान बुद्ध की तपोभूमि बोधगया के कालचक्र मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में तेजस्वी यादव शामिल होने पहुंचे थे. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने खुले मंच से ये कहकर बिहार के सियासी गलियारों में गर्मागट ला दी है कि राज्य में वापस से शराब चालू होना चहिए. मांझी ने अपने मगही अंदाज में कहा कि, तेजस्वी बाबू बिहार में फेर से शराब चालू करवा देहू, एकरा बारे में मुख्यमंत्री जी से भी बात करहु.
जीतन राम मांझी यही पर नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि गया और बिहार ,में देश-विदेश से पर्यटक आ रहे हैं लेकिन, कोई भी यहां रुकता नहीं है. थोड़ी देर घूमकर सीधे बनारस और पड़ोसी राज्य झारखंड के हजारीबाग पर्यटक पहुंच जाते हैं और इस कारण राज्य सरकार को राजस्व का काफी नुकसान होता है. मांझी ने कहा कि जब बाहर के पर्यटक बिहार में रुकेंगे ही नहीं तो विदेशी मुद्रा से राजस्व कैसे बढ़ेगा? इसलिए हम सीएम नीतीश जी से अंदर-अंदर ही शराबबंदी कानून को खत्म करने की मांग करेंगे. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जी से भी कह रहे हैं इसे समाप्त करने के लिए सीएम नीतीश कुमार से कहे. जीतन राम मांझी ने कहा कि शराब पर प्रतिबंध लगाने से बोधगया का पर्यटन घट गया है. उन्होंने तर्क दिया कि यदि यहां शराबबंदी हटेगा तो बिहार के पर्यटक बिहार में ही रुकेंगे और इससे राज्य की आय बढ़ेगी.
जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी हटने से पर्यटन में 10 गुना बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि बोधगया अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल कहने से नहीं, बल्कि विदेशी मेहमानों को खाने-पीने के चीजों का इंतजाम करने से अंतरराष्ट्रीय स्थल कहलाएगा.
HIGHLIGHTS
- शराबबंदी कानून खत्म करने की मांग
- जीतन राम मांझी ने की कानून खत्म करने की मांग
- डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से की मांग
- शराबबंदी कानून के कारण बिहार नहीं आते पर्यटक
Source : News State Bihar Jharkhand