बिहार के समस्तीपुर में लोको पायलट की बहादुरी और समझदारी से कई लोगों की जान बच गई. लोको पायलट की बहादुरी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग जमकर तारीफ करते नजर आ रहे हैं. दरअसल, समस्तीपुर रेलमंडल के बाल्मीकिनगर और पनियावा स्टेशन के बीच पुल संख्या 382 पर जाकर ट्रेन अचानक से रुक गई. दरअसल, लोको इंजन के अनलोडर वॉल्व से एयर प्रेशर लीक होने की वजह से रुकी. जिसकी वजह से ट्रेन पुल के बीच में ही जाकर रुक गई. पुल पर ट्रेन को रुके देख अंदर बैठे यात्री भी घबरा उठे. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हो क्या रहा है. तभी लोको पाइलट को समझ आ गया कि ट्रेन में क्या तकनीकि खराबी आई है?
लोको पायलट की बहादुरी से बची यात्रियों की जान
साहस दिखाते हुए ट्रेन को चला रहे दोनों लोको पायलट ने अपनी जान को जोखिम में डालते हुए पुल से लटक कर रेंगते हुए ट्रेन के इंजन के पास पहुंचे और फिर लीकेज को ठीक करने लगे. थोड़ी देर की मेहनत के बाद लोको पायलट ट्रेन के लीकेज वाली जगह पर पहुंचे और फिर उसे ठीक करने लगे.शांति से काम करते हुए दोनों लोको पायलट ने लीकेज को ठीक कर दिया और फिर वापस से रेंगते हुए ट्रेन के नीचे से ऊपर आए. जिसके बाद दोनों लोको पायलट ट्रेन में बैठे और फिर ट्रेन आगे बढ़ी.
रेंगते हुए लोको पायलट ने किया कमाल
दरअसल, दोनों लोको पायलट ने अपनी जान को जोखिम में इसलिए डाला क्योंकि जहां ट्रेन रुक गई, उस पुल पर बाहरी सपोर्ट मिल पाना नामुकिन सा था. जब कोई रास्ता निकलता हुआ दोनों लोको पायलट को नहीं दिखा तो दोनों ने लोगों की बढ़ती बैचेनी को देखते हुए बहादुरी दिखाई. दोनों लोको पायलट की बहादुरी को देखते हुए समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने 10 हजार रुपये का सामूहिक इनाम और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है.
HIGHLIGHTS
- लोको पायलट ने जान जोखिम में डाल बचाई यात्रियों की जान
- बीच पुल में ट्रेन हो गई खराब
- रेंगते हुए लोको पायलट ने किया कमाल
Source : News State Bihar Jharkhand