ट्रांसजेंडर को लेकर चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया है, उनकी सहभागिता बढ़ाने को लेकर यह फैसला लिया गया है. आगामी लोकसभा और बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए ट्रांसजेंडर समुदाय को सरकार जागरुक करने का काम कर रही है और इसके मद्देनजर बैंक अधिकार मोनिका दास को निर्वाचन आयोग ने स्टेट आइकॉन बनाया है. बता दें कि मोनिका दास ट्रांसजेंडर समुदाय से ताल्लुक रखती हैं और वह वर्तमान में केनरा बैंक में काम कर रही हैं. पटना के कंकड़बाग शाखा में मोनिका अधिकारी के पद पर तैनात हैं. ट्रांसजेंडर समुदाय को चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए और उन्हें जागरूक करने के लिए मोनिका दास को स्टेट आइकॉन बनाने का फैसला लिया गया.
कौन है मोनिका दास?
मोनिका दास अब किसी परिचय की मोहताज नहीं है, क्योंकि उन्होंने अपनी मेहनत से एक बड़ा पहचान बनाया है और अपनी सफलता से एलजीबीटी समुदाय को सपोर्ट कर उसे भी फलक पर पहुंचाने का काम किया है. मोनिका दास ने पटना के लॉ कॉलेज से लॉ में ग्रेजुएशन किया है. इससे पहले भी मोनिका ने बिहार विधानसभा में आम निर्वाचन 2020 में राज्य की पहली ट्रांसजेंडर पीठासीन पदाधिकारी के रूप में चुनाव कराया है. वहीं, अब आगामी लोकसभा और विधानसभा में वह सक्रिय भूमिका निभाएंगी.
मोनिका की कहानी लोगों को कर रही प्रेरित
हमारे देश में आज भी ट्रांसजेंडर्स के साथ सामान्य व्यवहार नहीं किया जाता है, लेकिन उन सभी के लिए जो समाज और परिवार के डर से अपना वजूद छिपाकर रखते हैं या लोगों के सामने उसे बताने से डरते हैं. उनके लिए मोनिका दास की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. एक समय ऐसा भी था, जब मोनिका के परिवार वाले उनकी वजह से शर्मिंदा महसूस करते थे लेकिन आज पूरे परिवार को उन पर गर्व है.
HIGHLIGHTS
- चुनाव आयोग का बड़ा फैसला
- ट्रांसजेंडर मोनिका दास बनी चुनाव स्टेट आइकॉन
- मोनिका की कहानी लोगों को कर रही प्रेरित
Source : News State Bihar Jharkhand