जमुई के बरहट इलाके के जंगली इलाके में रहने वाले तमाम आदिवासी लोगों ने बरहट थाने का घेराव किया है. इस दौरान तमाम पुरुष, महिलाओं और बच्चों ने पारंपरिक हथियारों के साथ ढोल नगाड़े लेकर थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया. थाने का घेराव कर रहे आदिवासियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जानकारी के मुताबिक शराब कारोबारियों के खिलाफ उत्पाद पुलिस और जिला पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है. अभियान के दौरान पुलिस की कार्रवाई के बाद आदिवासी नाराज हो गए और थाने का घेराव किया.
आदिवासियों ने किया थाने का घेराव
इस कड़ी में एक दिन पहले उत्पाद पुलिस की तरफ से बरहट इलाके के नक्सल प्रभावित धोबनी गांव में छापेमारी अभियान चलाया गया. जहां पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई की. इससे नाराज दर्जनों आदिवासी समाज के महिला, पुरुष और बच्चों ने थाने का घेराव किया और इस दौरान आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
कमरों में दुबके पुलिसकर्मी
आदिवासी लोगों का आरोप है कि पुलिस ने अपनी कार्रवाई के दौरान गर्भवती महिला को भी नहीं छोड़ा. पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई है. विनीता नाम की एक गर्भवती महिला को भी इस दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. यह भी बताया जा रहा है कि आदिवासियों की भीड़ देखने के बाद पुलिसकर्मियों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और दुबक गए.
सदर एसडीपीओ ने की लोगों की समझाइश
वहीं, आदिवासियों द्वारा थाने के घेराव की खबर मिलने के बाद सदर एसडीपीओ डॉ राकेश कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों की समझाइश की. राकेश कुमार ने आदिवासी लोगों का आश्वासन दिया है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
HIGHLIGHTS
- जमुई में आदिवासियों ने किया थाने का घेराव
- पारंपरिक हथियारों के साथ पहुंचे बरहट थाने
- कमरों में दुबके पुलिसकर्मी
- सदर एसडीपीओ ने की लोगों की समझाइश
- दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
Source : News State Bihar Jharkhand