2016 से ही बिहार में शराब बंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बाद भी लोग शराब पीते हैं. जब शराब नहीं मिलती तो लोग अपने आस-पास के इलाकों में बनी कच्ची शराब का सेवन करने लगते हैं. जिस कारण कई बार कई लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत भी हो जाती है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला है एक बार फिर सारण जिले में, जहां संदिग्ध जहरीली शराब का सेवन करने से दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए. पीड़ित, (सभी दिहाड़ी मजदूर) जिले के पानापुर थाना अंतर्गत जीवपुर में एक इमारत का निर्माण कार्य करते थे. सोमवार की शाम काम खत्म करने के बाद वे शराब पार्टी करने गए.
मृतक की पत्नी ने कहा कि, "निर्माण स्थल से लौटने पर, मेरे पति पांच अन्य लोगों के साथ शराब पीने के लिए एक स्थान पर गए थे. जब वह रात को लौटे, तो उन्हें उल्टी होने लगी. उन्होंने हमें बताया कि उसने दो गिलास शराब पी थी और रात का खाना खाने से इनकार कर दिया. कुछ देर बाद, उसका स्वास्थ्य बिगड़ा, तो हम उसे पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया."
एक अन्य मजदूर की भी जहरीली शराब पीने से मौत हो गई. उनके रिश्तेदारों के अनुसार, छह व्यक्ति (मजदूर) शराब का सेवन करने गए थे और उन सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उनमें से चार का इलाज चल रहा है. उनकी आंखों की रोशनी चली गई है. जिला पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है
Source : IANS