उत्तराखंड के चमोली के जोशीमठ ग्लेशियर फटने की घटना का असर बिहार पर भी पड़ा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख प्रकट किया है और प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि 'अभी-अभी मुझे इस घटना की जानकारी मिली है. मैं इस मसले पर अधिकारियों से बात कर रहा हूं'. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि चूंकि ये गंगा नदी से जुड़ा मामला है, ऐसे में इस घटना के बाद यहां भी अलर्ट रहने की जरूरत है. नीतीश कुमार ने कहा कि इस मसले को लेकर हम अभी तुरंत अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना को लेकर ट्वीट भी किया. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है उत्तराखंड आपदा में फंसे लोगों और राहत व बचाव कार्यों में लगे लोगों के लिए प्रार्थना. इस आपदा में पूरा बिहार उत्तराखंड के लोगों के साथ है. हमारे अधिकारी उत्तराखंड मुख्यमंत्री कार्यालय के सम्पर्क में हैं.
बता दें कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने की घटना की वजह से आई बाढ़ के कारण ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है. साथ ही कुछ झूला पुल भी इसकी चपेट में आए हैं. इसके अतिरिक्त एनटीपीसी के हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के डैम साइड बराज साइट को भी नुकसान होने की सूचना मिल रही है. प्रशासन ने अलकनंदा नदी और धौली नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है, उन्हें वहां से हटने के लिए कहा जा रहा है. आस-पास के इलाके खाली कराए जा रहे हैं. लोगों से सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की अपील की जा रही है. इस आपदा में कम से कम 150 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है. पीएम मोदी भी पल-पल की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं. मौके पर रेसक्यू टीम भी पहुंच चुकी हैं. प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के लिए सीएम ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने लोगों को किसी भी तरह की अपवाह पर ध्यान न देने की अपील की है. साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव और डीएम चमोली से घटना की पूरी जानकारी ली है. मुख्यमंत्री लगातार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. सरकार ने सभी संबंधित जिलों को अलर्ट कर दिया है. चमोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गये हैं. लोगों से अपील की जा रही है कि गंगा नदी के किनारे न जाएं.
Source : News Nation Bureau