भागलपुर में गंगा नदी पर 1700 करोड़ रुपए की ज्यादा की लागत से बन रहा पुल आज एक रेत की दीवार की तरह भरभरा कर गिर पड़ी और पूरी तरह से ध्वस्त हो गई. बता दें कि गंगा नदी पर भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच एक फोरलेन पुल बीते नौ साल से बन रहा है. आज फोरलेन पुल ऐसे ढ़हा जैसे इसे ताश के पत्तों से खड़ा किया था. इससे पहले इसी पुलिस का स्ट्रक्चर ध्वस्त हुआ था लेकिन कोई कार्रवाई सरकार के द्वारा नहीं की गई थी बल्कि कंस्ट्रक्शन कंपनी को और समय पुलिस बनाने के लिए दे दिया गया था. 2014 में इस पुल का शिलान्यास सीएम नीतीश कुमार द्वारा ही किया गया था. जिस समय पुल भरभरा कर गिरा उस समय कई लोग पुल पर काम कर रहे थे. कई मजदूरों की हादसे में मौत की आशंका जताई जा रही है हालांकि, अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की पुष्टि प्रशासन द्वारा नहीं की गई है.
इस पुल को बनाने के लिए छह बार समय सीमा निकल चुकी है. सूबे की नीतीश सरकार द्वारा ये कहा गया था कि जून 2023 के अंत तक पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. अब पुल बना तो नहीं बल्कि पूरी तरह से ध्वस्त जरूर हो गया है. हजारों ग्रामीणों के सामने पुल गिरना शुरू हुआ. लोग सकते में आ गये. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस समय पुल गिरना शुरू हुआ उस वक्त उसके उपर कई आदमी काम कर रहे थे. ग्रामीणों के मुताबिक कई लोगों की हादसे में मौत हुई होगी.
पुल कंस्ट्रक्शन कंपनी पर मेहरबान है सरकार
बिहार सरकार ने अगुवानी घाट पुल को बनाने का जिम्मा एसपी सिंगला कंपनी को दे रखा था. बता दें कि बीते वर्ष 30 अप्रैल, 2022 को भी इसी पुल के पाया संख्या 405 और 406 के बीच सुपर स्ट्रक्चर हवा के झोंके में गिर गया था. तब भी कई सवाल खड़े हुए थे लेकिन सरकार ने कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं की थी बल्कि पुल बनाने के लिए उसे और समय दे दिया था.
HIGHLIGHTS
सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच बन रहा था पुल