UP Viral Video: हर रोज हम कई ऐसे मामलों के बारे में सुनते हैं जो हमें हैरान कर देते हैं, वैसे ही बिहार से आई यह खबर एक बार फिर आपको हैरान कर देने वाली है. दरअसल गोपालगंज जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस पर बिहार से बिजली चोरी का आरोप लगा है. यह आरोप तब और गंभीर हो गया जब इस घटना का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में स्थित बहादुरपुर पुलिस चौकी ने बिहार के गोपालगंज जिले से अवैध रूप से बिजली की आपूर्ति की है.
बिहार से अवैध बिजली कनेक्शन का मामला
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग 27 के पास स्थित बहादुरपुर पुलिस चौकी, बिहार सीमा से सटी हुई है. बिहार के नरहवां शुक्ल पंचायत के दोना बाबा मंदिर तक लगे बिजली के खंभे से पुलिस ने अवैध रूप से तार खींचकर बिजली चोरी की. यह आरोप है कि बहादुरपुर पुलिस चौकी लंबे समय से इस अवैध बिजली का उपयोग कर रही थी. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो शुक्रवार को इंटरनेट पर वायरल हुआ, जिससे यह मामला सुर्खियों में आ गया.
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बिजली विभाग की सक्रियता
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अधिकारी इस मामले की जांच में जुट गए हैं. पट्टी चक्र गोपी विद्युत उपकेंद्र के कनीय अभियंता सुधांशु भूषण इस मामले की जांच करने के लिए मौके पर रवाना हुए. हालांकि, वीडियो की सत्यता की पुष्टि अभी तक नहीं की गई है, लेकिन वायरल वीडियो ने विभागीय अधिकारियों की नींद उड़ा दी है.
पुलिस और विभागीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया
साथ ही बता दें कि जब तरेया सुजान के थानाध्यक्ष से इस मामले पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ. कनीय अभियंता सुधांशु भूषण ने मामले की जानकारी मिलने पर कहा कि वे जांच कर रहे हैं और जांच पूरी होने के बाद ही कुछ ठोस कहा जा सकता है. इस बीच, बहादुरपुर पुलिस चौकी में लगाए गए अवैध कनेक्शन को तत्काल प्रभाव से काट दिया गया है.
चर्चा का विषय बना मामला
इसके अलावा आपको बता दें कि ये घटना पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करती है, क्योंकि जो पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदार है, उसी पर अवैध रूप से बिजली चोरी करने का आरोप लगा है. यह मामला अब चर्चा का विषय बन चुका है और सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि जांच के बाद क्या परिणाम सामने आता है. बहरहाल, ऐसे मामलों से पुलिस विभाग की छवि पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और इस घटना ने विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया है.