मोदी सरकार से इस्तीफा देने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी सरकार को जमकर कोसा. उन्होंने बिहार की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री और एनडीए सरकार की आलोचना करते हुए कहा, बिहार को विशेष पैकेज की मांग पूरी नहीं हुई. बिहार के लिए मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया. यहां तक कि जातीय गणना भी नहीं कराई गई. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक न्याय की दुहाई दी थी, लेकिन उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बिहार के लोगों को लगा था कि उनके अच्छे दिन आ गए, लेकिन यह छलावा साबित हुआ. कुशवाहा ने कहा, लोगों की उम्मीद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार खरी नहीं उतरी.
RLSP Chief Upendra Kushwaha after his resignation as Union Minister: Narendra Modi ji couldn't meet expectations of the people of Bihar. Nothing was done for special status. Bihar is still where it was earlier. Education & health system is non-existent.Nothing was done for Bihar. pic.twitter.com/3D2QbVW8y4
— ANI (@ANI) December 10, 2018
Rashtriya Lok Samta Party (RLSP) chief Upendra Kushwaha resigned as a Union Minister on Monday, sources said, amid speculations that the RLSP would split from the NDA
— ANI Digital (@ani_digital) December 10, 2018
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RLSP Chief Upendra Kushwaha: I had a bitter experience. I had attempted to put forth my words strongly while in NDA so that the people of Bihar get justice. But even after all these efforts, BJP stood with Bihar CM. Nitish ji has done injustice to people on all fronts. pic.twitter.com/DK2YdAPUJC
— ANI (@ANI) December 10, 2018
RLSP Chief Upendra Kushwaha: State govt has failed. Nitish ji's agenda is to destroy me and my party. This was started by BJP. In Bihar election, seats of all allies were increased. But injustice was done to RLSP. https://t.co/oiwyCPkyeT
— ANI (@ANI) December 10, 2018
बता दें कि लंबे समय तक उपेक्षा का आरोप लगाते रहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को भी अलविदा कह दिया. माना जा रहा है कि इसके बाद वे विपक्ष के पाले में जाएंगे और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनकी बातचीत हुई है. इसके अलावा उनकी पार्टी रालोसपा के नेता नागमणि और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह के बीच भी मुलाकात हुई है.