बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की उस वक्त पोल खुल गई जब समस्तीपुर के सदर अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में मरीज ने दम तोड़ दिया. अब परिजनों ने डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. समस्तीपुर के सदर अस्पताल में मरीज को दिखाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों से बहस करनी पड़ रही है. जबकि मरीज को ऑक्सीजन की शख्स जरूरत थी. आखिरकार वक्त पर ऑक्सीजन न मिलने से शोभा देवी नाम की मरीज ने दम तोड़ दिया. दरअसल दलसिंहसराय अनुमंडल अस्पताल से टीबी रोग से ग्रसित शोभा देवी को समस्तीपुर सदर अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया था.
ऑक्सीजन के अभाव में मरीज ने तोड़ा दम
शोभा देवी की स्थिति काफी बिगड़ चुकी थी. उन्हें ऑक्सीजन की तत्काल जरूरत थी. परिजन फौरन शोभा देवी को सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन यहां की बदइंतजामी ने शोभा देवी की सांसे रोक दी. ऐसा आरोप उनके परिजन लगा रहे हैं. उनका आरोप है कि अस्पताल पहुंचने के काफी समय तक इमरजेंसी वार्ड में मौजूद किसी भी डॉक्टर ने मरीज को नहीं देखा. उसे तत्काल ऑक्सीजन नहीं उपलब्ध कराया गया, जिसकी वजह से मरीज ने दम तोड़ दिया.
स्वास्थ्यकर्मियों पर लगा लापरवाही का आरोप
वहीं, इस मामले में ड्यूटी में मौजूद डॉक्टरों के अपने तर्क हैं. उनका कहना है कि जिस समय मरीज को अस्पताल लाया गया था उस समय एक साथ कई मरीज अस्पताल पहुंच गए थे. इसके बावजूद मरीज को प्राथमिक उपचार दिया गया था, लेकिन स्थिति काफी खराब थी. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. यही तर्क सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर गिरीश कुमार का भी है.
डॉक्टरों का तर्क है कि परिजन के आरोप बेबुनियाद हैं. मरीज टीबी रोग से ग्रसित था. स्थिति भी काफी क्रिटिकल थी. अस्पताल पहुंचने पर उसे समुचित उपचार दिया गया था. हालांकि समस्तीपुर सदर अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में मरीज की मौत का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी यहां ऑक्सीजन के अभाव में कई मरीजों को जान गवानी पड़ी है और एक बार फिर स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से मरीज को सही समय पर ऑक्सीजन नहीं मिला और उसने दम तोड़ दिया.
HIGHLIGHTS
- सदर अस्पताल में परिजनों का हंगामा
- ऑक्सीजन के अभाव में मरीज ने तोड़ा दम
- स्वास्थ्यकर्मियों पर लगा लापरवाही का आरोप
- बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल!
Source : News State Bihar Jharkhand