बिहार की राजधानी पटना और नालंदा जिले में मंकी पॉक्स के संदिग्ध मरीज के सामने आने के बाद मंकी पॉक्स को लेकर राज्यभर में सतर्कता बढ़ा दी गई है. बाहर से राज्य में आने वालों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि संभावित मरीज मिलने पर सैंपल मंगवाने की व्यवस्था विभाग द्वारा की गई है, सैंपल की जांच के लिए पुणे भेजा जाएगा.उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं, खासकर बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने की बात कही गई है. दिल्ली और केरल से आने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है. जिले के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को लक्षण वाले मरीज मिलने पर तुरंत सैंपल लेने और उसे जांच के लिए भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सभी जिलों को मंकी पॉक्स के संक्रमण को लेकर सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि मंकी पॉक्स से डरने की जरूरत नहीं है. इस बीच, पटना और नालंदा जिले में मिले संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है. बिहार के स्वास्थ मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, मंकी पॉक्स जानलेवा नहीं है. उन्होंने कहा कि मंकी पॉक्स को लेकर विभाग गंभीर है. इसकी जांच तीन तरह के सैंपल- स्वैब, ब्लड और यूरीन से की जा रही है. श्रावणी मेले को लेकर कुछ जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
Source : News Nation Bureau