बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दलों की मुंबई में बैठक को विफल क़रार देते हुए कहा है कि यदि ये भ्रष्टाचारी और परिवारवादी लोग जनता के मुद्दों के प्रति गंभीर और जागरूक रहते तो पूरे देश में इनकी दुर्दशा नहीं होती. विजय सिन्हा ने कहा कि औपचारिक रूप से तीन और अनौपचारिक रूप से एक, कुल चार वैठक में ये संयोजक का नाम नहीं तय कर पाए हैं. इनमें ईगो की लड़ाई जारी है. सभी स्वयं को सबसे बड़ा नेता मानते हैं. इसी के कारण सबसे बड़ा संयोजक का मुद्दा पर सहमति नहीं बनी है.
विजय सिन्हा ने कहा कि कोर्डिनेशन कमिटी में प्रधानमंत्री पद के सभी दाबेदारों ने सम्मिलित होने से परहेज किया है. इनके इनकार के बाद ही सभी दलों के प्रायः दूसरी तीसरी श्रेणी के नेताओं को मिलाकर 14 सदस्यीय समन्वय समिति बनाई गई हैं. समिति का कोई मुखिया नहीं है. विजय सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार के सम्बोधन में उनकी निराशा और कुंठा स्पष्ट दिख रही थी.
उन्होंने आगे कहा कि सभी अवगत हैं कि सरकारी विज्ञापन देने और रोकने के नाम पर उन्होंने किस प्रकार बिहार में प्रिंट मीडिया को भयभीत कर रखा है. उनके कार्यालय से रोज मोनिटरिंग होती है और जिस विपक्षी को वे पसंद नहीं करते हैं, उनका छपने पर अखबारों को धमकाया जाता है. केंद्र सरकार पर मीडिया को नियंत्रित करने का मुख्यमंत्री का आरोप निराधार है.
विजय सिन्हा ने कहा कि किस प्रकार बिहार में विधायिका, न्यायपालिका और स्वायत्त संस्थाओं की सरकार द्वारा उपेक्षा और दमन की जाती है ये सभी जानते हैं. पुलिस और प्रशासन लाठी और गोली चलाकर ही समस्या का निपटारा करता है. इनके द्वारा संबिधान और इतिहास वदलने का केन्द्र सरकार पर आरोप मनगढ़ंत है. इन्हें माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या है इसीलिए ये अनाप शनाप बोलते हैं.
HIGHLIGHTS
- विजय सिन्हा ने INDIA गठबंधन पर बोला हमला
- संयोजक और पीएम प्रत्याशी ना घोषित करने पर कसा तंज
- सीएम नीतीश कुमार पर किया कटाक्ष
Source : News State Bihar Jharkhand