बिहार की हाजीपुर सीट हॉट सीट बनी हुई है. लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान पहली बार हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. चिराग फिलहाल जमुई से सांसद हैं. इस बार चिराग ने जमुई से अपने जीजा जी अरुण भारती को टिकट दिया तो खुद अपने पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान का गढ़ कहे जाने वाले हाजीपुर सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं. इस सीट पर चाचा पशुपति पारस मौजूदा समय में सांसद हैं. चाचा-भतीजे के बीच लंबे समय से इस सीट को लेकर विवाद चल रहा था. आखिरकार एनडीए ने लोजपा (रामविलास) को यह सीट दिया और चिराग ने यहां से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. वहीं, इस सीट पर चिराग के खिलाफ महागठबंधन की ओर से आरजेडी प्रत्याशी शिवचंद्र राम चुनावी मैदान में उतरे हैं. दोनों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखा जा रहा है.
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चिराग के सामने पिता की विरासत बचाने की चुनौती
आपको बता दें कि हाजीपुर में करीब 19.53 फीसदी मतदाता हैं. वहीं, हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र आता है, जिसमें हाजीपुर, महुआ, लालगंज, राघोपुर, महनार और राजापाकर शामिल हैं. चिराग के पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान ने यहां से रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज कर गिनीज बुक में अपन नाम दर्ज कराया था. हाजीपुर की सियासत चार दशक तक रामविलास पासवान के ही इर्द गिर्द घूमत रही. वहीं, अब परिस्थितियां बदली हुई नजर आ रही है. रामविलास पासवान हाजीपुर सीट से 9 बार सांसद रह चुके हैं. उनके बाद यहां से उनके भाई पशुपति पारस ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की.
20 मई को हाजीपुर में मतदान
वहीं, रामविलास के निधन के बाद लोजपा दो गुटों में बंट गई. इसकी वजह चाचा और भतीजे में मतभेद थी. फिलहाल, दोनों ही अलग-अलग पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं. चिराग की पार्टी का नाम लोजपा (रामविलास) है तो वहीं पशुपति पारस की पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोजपा है. दोनों ही पार्टी एनडीए के साथ है. 13 मई को पीएम मोदी हाजीपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने चिराग के लिए लोगों से वोट की अपील की. 20 मई को पांचवें चरण का मतदान है और इस फेज में ही हाजीपुर सीट पर मतदान होना है.
HIGHLIGHTS
- 20 मई को हाजीपुर में मतदान
- चिराग और शिवचंद्र राम के बीच मुकाबला
- पिता की विरासत बचा पाएंगे चिराग!
Source : News State Bihar Jharkhand