बिहार के 30 सांसदों के बीच आठ सांसदों को जिस तरह से मंत्रालय मिला या यूं कहें तो 8 सांसदों को जिस तरह से मंत्री बनाया गया, उसके बाद से बिहार में राजनीति तेज है. नेता प्रतिपक्ष बिहार विधानसभा तेजस्वी यादव ने कहा कि एक बात तो स्पष्ट है कि मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है, सरकार बनी है. बिहार से 30 एमपी गए हैं. पहले 39 गए थे, कुछ मिला नहीं. इस बार हम लोगों को पूरी उम्मीद है कि बिहार निर्णायक भूमिका में है, तो कम से कम बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले. हम लोगों ने आरक्षण को जो 75% बढ़ाया था, उसको शेड्यूल करें. हम लोगों की मांग है कि पूरे देश में जाति आधारित जनगणना हो. कम से कम इतना काम तो होना ही चाहिए.
ये भी पढ़ें: थाली पर सीधा अटैक...तेल, सब्जी समेत कई चीजों के बढ़े दाम, फिलहाल नहीं मिलनी वाली है राहत
यह लोग बिहार के लिए आवाज़ उठाएं: तेजस्वी
बिहार से जो 6- 7 मंत्री बने हैं. उनसे तो यह उम्मीद रखी जानी चाहिए कि यह लोग बिहार के लिए आवाज़ उठाएं. वही मोहन भागवत के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष बिहार विधानसभा ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा से मौन ही रहे हैं. सिर्फ मणिपुर ही घटना पर नहीं, हमारे किसान भाइयों पर भी जो हमला हुआ. हमारे गोल्ड मेडलिस्ट पहलवानों पर जो शोषण हुआ या फिर बेंगलुरु में जो 3000 महिलाओं के साथ शोषण हुआ हमेशा प्रधानमंत्री मौन रहे हैं.
मान सम्मान मिलना चाहिए सबको
वहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के द्वारा प्रधानमंत्री पर उठाए गए सवाल पर जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने सवाल तो उठाया है मगर काफी लेट उठाया है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार में मुसलमान को एक भी स्थान नहीं दिया गया. इस पर भी तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके मन में मुसलमान के प्रति कितना हिट रेट है. हम लोग तो चाहते हैं कि सब लोगों को मान सम्मान मिलना चाहिए सबको आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए. वही पटना के पासपोर्ट ऑफिस पहुंचने पर जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या आप विदेश जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि आप लोग तो हमारी यात्रा पर नजर लगते हैं पिछले बार भी आए थे तो कहां जा सके.
Source : News Nation Bureau