यास तूफान के असर से बिहार में रिकॉर्ड बारिश देखने को मिली है. हालांकि यह पहले से कमजोर हो गया है लेकिन दो दिन बिहार में लगातार बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. पटना में कई जगह जलजमाव हो गया. मौसम विभाग ने शनिवार को भी कई स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है. बिहार में कई स्थानों पर बादल छाए रहेंगे. मौसम विभाग की ओर से गया और नवादा जिला के लिए विशेष तौर पर अलर्ट जारी किया है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यास अब यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है और प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में हवा की रफ्तार और बारिश की तीव्रता कम हो गई है.
कई जिलों में रिकॉर्ड बारिश
यास के असर बिहार के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है. पटना के साथ गया और पूर्णिया में रिकॉर्ड बारिश देखने को मिली. सबसे अधिक बारिश कटिहार के मनिहारी में दर्ज की गई. यहां 251.6 मिमी से भी अधिक बारिश हुई है. इसके अलावा कदवा, बरारी, पूर्णिया, परसा, कटिहार उत्तर, अमनौर, बनमनखी, अरवल, शेखपुरा में अत्यधिक यानी भारी से भारी बारिश रिकॉर्ड की गयी.
राजधानी में 109 मिलीमीटर बारिश
तूफान के दौरान राजधानी में पिछले 36 घंटे में 109 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. इसमें से 92 मिमी बारिश गुरुवार को और 17 मिमी बारिश शुक्रवार को रिकॉर्ड की गई. जिले में सबसे ज्यादा बारिश बाढ़ में रिकॉर्ड की गई. वहां 96.4 मिलीमीटर बारिश हुई है. बिहटा में 89 व बिक्रम में 74.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है.
मई माह में राज्य में 300 फीसद ज्यादा रिकॉर्ड हुई बारिश
तूफान के कारण राज्य में मई में सामान्य से 300 फीसद ज्यादा बारिश हुई है. मई प्री-मानसून का समय है. इस माह सामान्यत: राज्य में 50.3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड होनी चाहिए थी, लेकिन 28 मई तक राज्य में 198.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है.
सामान्य से अधिक बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में इसके केरल में दस्तक देने की प्रबल संभावना है. इसके बाद यह धीरे-धीरे उत्तर भारत की तरफ कूच करेगा. एक अनुमान के मुताबिक 12 या 13 जून को इसके बिहार में प्रवेश करने की संभावना लग रही है. बिहार में समान्यत: जून से लेकर सितंबर तक मानसून की बारिश होती है. इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं.