सरकारी नौकरी की आस लगाए बैठे युवा अब धीरे - धीरे आत्मनिर्भर बनने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी युवाओं से अपील की थी के आप आत्मनिर्भर बने बांका के एक युवक ने ऐसा ही उदाहरण पेश किया है. पटना विश्वविधालय से ग्रेजुएट कर सरकारी नौकरी की आस लागए बैठा था, कई सालों से तैयारी कर रहा था. जब कुछ भी नहीं हुआ तो खुद ही आत्मनिर्भर बनने का ठान लिया जिसके बाद खुद का कड़कनाथ मुर्गा फार्म खोल लिया और अब वो बाकि युवाओं के लिए उदाहरण बन गए हैं.
पटना विश्वविधालय से ग्रेजुएट कर बांका के अमरपुर प्रंखंड के छोटी सी गांव मालदेवचक के रहने वाले गौरव ने कड़कनाथ मुर्गा फार्म लगाकर आत्मनिर्भर बने हैं. गौरव ने पटना विश्वविधालय से ग्रेजुएट करने बाद सरकारी नौकारी के लिए काफी प्रयास किए. नौकरी नहीं मिली तो गांव आकर अपने पिता व रिश्तेदारों से पूंजी लेकर कड़कनाथ मुर्गा के फार्म को तैयार किया. आज गौरव के पास 1000 कड़कनाथ तैयार हो चुका जो अच्छी खासी कीमत में बिक रहा है. गौरव ने युवाओं से अपील भी की है कि आप भी आत्मनिर्भर बने कड़कनाथ मुर्गा फार्म में अच्छी कमाई होती है.
उन्होंने कहा कि इस व्यवसाय को करने से पहले कई जगह जाकर देखें और बड़े बड़े शख्सियत महेन्द्र सिंह धौनी जैसे व्यक्ति भी कड़कनाथ मुर्गा का फार्म चला रहे हैं तो उनलोगों को देखते हुए मैंने प्रयास किया और मुझे अच्छा खासा मुनाफा मिल रहा है. गौरव ने आगे बढ़ने के लिए सरकार से मदद की उम्मीद भी रखी है.
वहीं, गौरव ने इस मुर्गे की खासियत बताते हुए कहा कि सातारा कि कड़कनाथ मुर्गा हर कोई लोग खा सकते हैं. डायबेटीज, हृदय और मधुमेह के रोगी भी इसे खा सकते हैं. खासकर ठंडी के मौसम में इन बीमारी वाले लोगों को काफी लाभ भी मिलाता है. कड़कनाथ का मीट कैलेस्टोल फ्री होता है इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है और सुपाच्य होता है.
रिपोर्ट - बीरेंद्र सिन्हा
Source : News State Bihar Jharkhand