बिहार में जातीय जनगणना आए दिन एक बड़ा सवाल बना हुआ है हालांकि जब-जब जातीय जनगणना की बात सामने आई तो BJP ने इसका विरोध ही किया था लेकिन जब नीतीश की जनता दल यूनाइटेड और लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल इस मुद्दे पर एक हुए तो BJP ने भी जातीय जनगणना कराने का समर्थन देने की बात कही है. अब सवाल आता है नीतीश क्यों कराना चाहतें हैं जातीय जनगणना ? सबसे बड़ा कारण ये है की बाबा ने यूपी में जो परचम लहराया है उस से बिहार की राजनीति पर बहुत गहरा असर पड़ा है कमंडल की काट मंडल कर सकता है बिहार में ऐसा ह्यार नेता को लगने लगा है तभी तो बिहार में दूसरी बार विरोधी भी एक मुद्दे पर साथ में आ गए है। बीजेपी का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और धर्म का कार्ड खूब फल फूलता होते हुए दिख रहा है ऐसे में क्षेत्रीय दलों को अपनी जमीन खिसकने का डर सताने लगा है। जिसका जवाब मंडल की राजनीती करने से दिया जा रहा है और इन सब के धरातल में बस्ता है obc वोटबैंक !
दरअसल बिहार में जातीय जनगणना कराने की मांग कोई हाल फिलहाल का मुद्दा नही है बल्कि इसकी चर्चा तीन साल से हो रही है. नीतीश कुमार कहते रहे हैं कि आम जनगणना के साथ जातियों की गिनती भी हो. हालांकि, केंद्र सरकार ऐसा नहीं कराना चाहती पर अब BJP भी JDU के हाँ में हाँ मिलाती दिख रही है।
Source : Abhijeet Sharma