शिक्षक बहाली पर श्रेय लेने की होड़ क्यों?

शिक्षक बहाली पर श्रेय लेने की होड़ को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. श्रेय लेने की होड़ में अब सुशील मोदी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.

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Vineeta Kumari
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शिक्षक बहाली पर श्रेय लेने की होड़ क्यों?( Photo Credit : फाइल फोटो)

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शिक्षक बहाली पर श्रेय लेने की होड़ को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. श्रेय लेने की होड़ में अब सुशील मोदी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि वादा 10 लाख नौकरी का, मिली 30 हजार को और होड़ श्रेय लूटने की मची है. एक बार फिर बीजेपी सांसद सुशील मोदी के निशाने पर सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की महागठबंधन सरकार आ गई. सुशील मोदी ने कहा कि महागठबंधन सरकार ने वादा तो 10 लाख नौकरी देने का किया, लेकिन सरकार सिर्फ 30 हजार लोगों को ही शिक्षक की नौकरी दे पाई है. साथ ही सुशील मोदी ने हमला करते हुए कहा कि बिहार में सरकारी नौकरी का तो ठिकाना नहीं और महागठबंधन सरकार 30 हजार बिहारी युवाओं को शिक्षक पद पर नई नौकरी देकर श्रेय लेने की होड़ पर लग गई है. दोनों ही दलों के मंत्री-विधायक अपने-अपने नेता को महान नौकरी-दाता बताने में लगे हुए हैं.

यह भी पढ़ें- Politics: सम्राट चौधरी ने शिक्षक नियुक्ति पत्र बांटे जाने को बताया 'घोटाला'

सुशील मोदी ने साधा निशाना

गुरुवार को बयान जारी कर सुशील मोदी ने कहा कि ये जो मेगा इवेंट किया जा रहा है, वो सिर्फ शिक्षक नियुक्ति में हुई सारी गड़बड़ियों पर पर्दा डालने को लेकर है. उस इवेंट में 80 विधायकों की पार्टी के नेता की तस्वीर नहीं लगाई गई. ताकि महान नौकरी-दाता का श्रेय 44 विधायकों के नेता सीएम नीतीश को मिल जाए. सुशील कुमार मोदी ने चैलेंज करते हुए कहा कि 30 हजार से ज्यादा बिहारी युवाओं को शिक्षक पद की नई नौकरी मिली ही नहीं है. जबकि अन्य राज्यों के लगभग 40 हजार युवाओं को बिहार में शिक्षक पद की नई नौकरी मिली है. सुशील मोदी का कहना यह भी है कि 37,500 वो नियोजित शिक्षक हैं, जो कि पहले से ही सरकारी सेवा में हैं और उन्हें दोबारा नियुक्ति पत्र दिया गया है.

शिक्षक भर्ती को लेकर कही बड़ी बात

सुशील मोदी ने यह भी जानकारी दी कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए आवेदन ही उम्मीद से कम आए. फिर सिर्फ 1.22 लाख अभ्यर्थियों के पास होने से कुल 48 हजार पद खाली रह गए है. उसके बाद जो 10 हजार उत्तीर्ण लोग है, उनके नौकरी स्वीकार नहीं करने की वजह ने खाली पदों की संख्या 60 हजार के करीब पहुंचा दी.

सम्राट चौधरी ने नियुक्ति पत्र वितरण को बताया घोटाला

बिहार सरकार शिक्षकों के बीच नियुक्ति पत्र वितरित कर अपनी उपलब्धियों गिनवा रही है तो वहीं बीजेपी सरकार पर कई आरोप लगा रही है. अब बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार पर जमकर जुबानी हमाला बोला. उन्होंने कहा कि यह शिक्षकों की नियुक्ति नहीं बल्कि एक बड़ा घोटाला है.

HIGHLIGHTS

  • सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना
  • शिक्षक भर्ती को लेकर कही बड़ी बात
  • कहा- बिहार में सरकारी नौकरी का तो ठिकाना नहीं

Source : News State Bihar Jharkhand

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