बिहार में जीतन राम मांझी की पार्टी यानि 'हम' अब महागठबंधन सरकार से दूरी बना चुकी है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जीतन राम मांझी जल्द ही एनडीए का दामन थामेंगे यानि 'हम' अब एनडीए का पार्ट होगी. जीतन राम मांझी द्वारा हाल ही में दावा किया गया था कि जिस तरफ उनकी पार्टी रहेगी उसी पक्ष की जीत होगी. मांझी ने बिहार के सीएम नीतीश से अपनी पार्टी के लिए 5 लोकसभा सीटों की मांग की थी. शायद यही कारण रहा कि मांझी अब महागठबंधन सरकार और नीतीश कुमार से भी अलग हो चुके हैं. हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब जीतन राम मांझी ने पाला बदला हो. वो अबतक 8 बार पाला बदल चुके हैं. एक बार फिर से लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जीतन राम मांझी ने पाला बदल लिया है. अब ऊंट किस करवट बैठेगा और जीतन राम किसके नैय्या के मांझी बनेंगे ये तो आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन फिलहाल ये साफ हो गया है कि कम से कम लोकसभा चुनाव 2024 को जीतन राम मांझी महागठबंधन दलों के साथ नहीं लड़ेंगे.
...तो क्या एनडीए में शामिल होंगे मांझी?
अब सवाल ये उठ रहा है कि जीतन राम मांझी, एनडीए में शामिल होने वाले हैं? अगर वो एनडीए में शामिल होते हैं तो उन्हें उतने सीटों पर चुनाव लड़ने को नहीं मिलेगा जितनी सीटों पर महागठबंधन के साथ उन्हें मिलता. क्योंकि, बीजेपी ने तो लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपना फार्मूला बना लिया है और फॉर्मूला है 30:10 का. मतलब, 30 सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतारेगी, जबकि 3 सीट एलजेपी (चिराग गुट) और 3 सीट एलजेपी (पारस गुट) को मिलेंगे. बचे हुए चार सीटों में से 3 सीट RLJD यानि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को बीजेपी देगी. ऐसे में बचती है सिर्फ 1 सीट तो यही वो बची हुई एक सीट होगी जो जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' को बीजेपी लोकसभा चुनाव 2024 में लड़ने के लिए देगी. बहरहाल, अभी तक ना तो मांझी ने एनडीए में जाने की बात कही है और ना ही बीजेपी ने उनके एनडीए में शामिल होने की बात कही है.
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23 जून 2023 के बाद पता चलेगा हम क्या करते हैं: मांझी
वहीं, विपक्षी दलों की बैठक से ठीक पहले HAM यानि जीतन राम मांझी की पार्टी महागठबंधन सरकार से अलग हो गई है. बिहार की महागठबंधन सरकार से अलग होते ही जीतन राम मांझी ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि विपक्षी दलों की बैठक के बाद ही एक बड़ा खेला होगा. हम क्या-क्या करते हैं ये 23 जून 2023 के बाद देखने को मिलेगा. इसके अलावा मांझी ने भी दावा किया है कि वह कभी भी महागठबंधन दलों के साथ नहीं थे वह सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार के साथ थे. मांझी ने कहा कि हम केवल नीतीश के साथ थे महागठबंधन में रहने या ना रहने के बारे में जो भी कुछ बोले या कुछ कहता है वह फालतू है.
जनता ने दी इजाजत
जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि मैं जहां भी गया जनता ने हमको इजाजत दिया कि अब आपको सीएम नीतीश का साथ छोड़ना चाहिए. जनका की इजाजत के बाद हमने सीएम नीतीश का साथ छोड़ा है. हमने जनता के ही कहने पर मर्ज करने को लेकर जो प्रस्ताव आया था उसका विरोध किया था. हमने शुरू से ही तय कर लिया है कि हमारी पार्टी किसी भी पार्टी में अपना विलय नहीं करेगी. हमारी पार्टी स्वतंत्र तरीके से काम करेगी. उसके बाद से ही वो लोग दवाब बनाने लगे और संतोष सुमन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
HIGHLIGHTS
- क्या एनडीए में शामिल होंगे मांझी?
- लोकसभा चुनाव के लिए मिल सकती है 1 सीट
- बिहार की 30 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी बीजेपी
- 10 सीटें सहयोगियों के साथ करेगी साझा
Source : News State Bihar Jharkhand