बिहार में शराबबंदी कानून है लेकिन फिर भी इसकी तस्करी खुले आम हो रही है. बच्चों और महिलों को इसमें जबरदस्ती धकेला जा रहा है. गरीबी के कारण वो इसे करने को मजबूर है. गरीबों को इसका निशाना बनाया जाता है. पुलिस भी बस इन्हीं को पकड़ कर जेल में डाल देती है और इस सरगना का मास्टरमाइंड तो बस तस्करी में लगा होता है. पुलिस इन तक कभी नहीं पहुंचती है. ताजा मामला लखीसराय से है है जहां तीन महिलाओं को पुलिस ने शराब की तस्करी करते हुए पकड़ा है. जिन्होंने बताया है कि कैसे उन्हें इस धंधे में घुसाया गया है.
लखीसराय क्यूल स्टेशन से 3 महिला शराब तस्कर को पुलिस ने 50 पीस विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार किया है. उत्पाद विभाग ने क्यूल स्टेशन से थैला में 50 पिस विदेशी शराब के साथ महिला को पकड़ा है. गिरफ्तारी के बाद जब उन्हे सदर अस्पताल में करोना जांच के लिए लाया गया तो उन्होंने बताया कि किस तरह माफिया उन्हें शराब के दलदल में झोंक देते हैं.
तीनों महिला बेगूसराय की रहने वाली है. शराब के धंधे से पहले वो सब सब्जी बेचने का काम करती थी. तीनों बेहद ही गरीब परिवार की महिला थी. सब्जी बेचने के साथ-साथ वह गरीब महिला लाचार विधवा और निशक्त थी. तीनों को लखीसराय की एक महिला तस्कर मंजू कुमारी जो कई बार जेल भी जा चुकी है. उसने इन्हें कुछ पैसे देकर झारखंड के चितरंजन से शराब लाने को तैयार किया. उसके बाद महिला ने पहली बार शराब क्यूल में मंजू को दे दी थी. लेकिन दूसरी बार लाने के दौरान ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गई.
उन्होंने कहा कि पैसे की लालच में हम कहां से कहां तक आ गई. विधवा महिला को सब्जी बेचते हुए देखने के बाद मंजू ने पहले डोरे डालते हुए उसे कहा था कि सब्जी में कितना कमा लेती हो चलो शराब लाओगी तो बहुत ज्यादा कमाई होगी और गरीबी भी दूर हो जाएगी. यह कहते हुए उसे शराब के धंधे में धकेल दिया.
रिपोर्ट - अजय झा
Source : News State Bihar Jharkhand