महापर्व छठ की शुरुआत 28 अक्टूबर से होगी, जिसको लेकर बिहार में सभी गंगा घाटों को तैयार करने का काम तेजी से शुरू हो गया है. वहीं गंगा के जलस्तर में कमी के बाद कई कच्चे घाटों की स्थिति को भी सुधारने में भी प्रशासन जुटा हुआ है. पटना के एक अधिकारी बताते हैं कि गंगा के जलस्तर में कमी आई है, लेकिन कच्चे घाटों पर दलदल की स्थिति बनी हुई है. बांसघाट और कलेक्ट्रेट घाट पर अब भी पानी जमा है. लोक आस्था के इस चार दिवसीय महापर्व को लेकर पक्के घाटों की सीढ़ियों पर जमी मिट्टी हटाई जा रही है. कच्चे घाटों पर, जहां दलदल है, वहां संपर्क पथ बनाने का काम किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि 25 अक्टूबर के बाद बैरिकेडिंग का काम प्रारंभ होगा, जहां खतरनाक और अधिक जलस्तर वाले इलाकों की बैरिकेडिंग की जाएगी.
इसके अलावा अस्थायी चेंजिग रूम की भी व्यवस्था की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि 28 अक्टूबर तक सभी घाटों को तैयार कर लिया जाएगा. फिलहाल वे घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं. गंगा के जलस्तर में लगातार कमी आ रही है. छठ पूजा के लिए दानापुर से दीदारगंज तक 105 घाटों को चिह्न्ति किया गया है. इन सभी घाटों की स्थिति का जायजा लेने के लिए 21 टीमें गठित की गईं हैं.
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