एक तरफ तो बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन दूसरी ही तरफ लोग इसके नशे में झूमते हुए पाए जाते हैं. अब पुलिस वालों ने भी शराब के नशे में गुंडागर्दी करना शुरू कर दिया है. जिसका नमूना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ही गृह जिला नालंदा में देखने को मिल रहा है. ताजा मामला नालंदा जिला के सिलाव थाना क्षेत्र के बिक्षा कोल गॉव की है. जहां बीती रात मूर्ति विसर्जन का कार्य चल रहा था. इसी दौरान भूई पंचायत के पूर्व मुखिया सुधीर कुमार की सिलाव थाना के एएसआई शशि भूषण पासवान और चौकीदार बुंदेला और दीपक कुमार ने नशे की हालत में जमकर पिटाई कर दी. जिसके बाद अब इस मामले में कार्रवाई की गई है. एएसआई और दोनों चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन इस मामले ने ये बता दिया है कि बिहार में किस तरह कि शराबबंदी कानून लागू है.
तीनों को किया गया निलंबित
जिससे सुधीर कुमार जख्मी हो गया और इसकी सूचना थानाध्यक्ष और एसपी को दिया गया. नालंदा के एसपी ने मामले की जांच सिलाव थानाध्यक्ष राकेश कुमार और सर्किल इंस्पेक्टर अरुण कुमार को करने का निर्देश दिया. जिसके बाद तीनों का मेडिकल जांच कराया गया तो तीनों शराब के नशे में पाए गए. जिसके बाद एसपी अशोक मिश्रा ने एसएसआई और दोनो चौकिदार को निलंबित कर दिया है.
नशे की हालत में बेवजह मारपिट कर दी शुरू
इस मामले में एसपी अशोक मिश्रा ने कहा तीनों के खिलाफ उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. वहीं, पूर्व मुखिया सुधीर कुमार ने बताया कि हमलोग मूर्ति विसर्जन में लगे हुए थे. उसी दौरान एसएसआई और चौकिदार मौके पर आये और बेवजह बहस करते हुए नशे की हालत में मारपीट शुरू कर दी. मैंने इसका विरोध भी किया और ये कहा कि मैं पूर्व मुखिया हूं, लेकिन उन्होंने एक ना सुनी और मेरे साथ मारपीट करते रहे. फिलहाल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है.
रिपोर्ट - शिव कुमार
HIGHLIGHTS
- नशे की हालत में पुलिस वालों ने मुखिया की कर दी पिटाई
- एसएसआई और दोनो चौकिदार को कर दिया गया निलंबित
- नशे की हालत में बेवजह मारपिट कर दी शुरू
Source : News State Bihar Jharkhand