राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में मचे घमासान के बीच पार्टी के नेता तेजस्वी यादव शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो गए. इस बीच, उन्होंने इशारों ही इशारों में अपने बडे भाई तेजप्रताप को नसीहत भी दे दी. तेजस्वी दिल्ली रवाना होने के पूर्व पत्रकारों से चर्चा करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में कहा, तेजप्रताप यादव बड़े भाई हैं, ये अलग बात हैं. माता-पिता ने हमें यह संस्कार दिया है कि हमें बड़ों का आदर करो, सम्मान दो. अनुशासन में रहो. तेजप्रताप यादव से मुलाकात के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव आए थे, मुलाकात हुई है. तेजप्रताप जिस वक्त मुलाकात के लिए आए थे उस वक्त विपक्षी दलों की साझा बैठक शुरू हो गई थी. ऐसे में मेरा बैठक में शामिल होना जरूरी था.
दिल्ली जाने के संबंध में पूछे जाने पर बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने कहा कि जातीय जनगणना के मामले पर एक प्रतिनिधिमंडल यहां से जाएगा और 23 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना है. इस मुलाकात के लिए भी वहां जाना जरूरी है. इससे पहले तेजप्रताप अपने भाई तेजस्वी यादव से मुलाकात करने अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे थे. कुछ ही देर के बाद तेजप्रताप गुस्से में बाहर निकले और तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह तेजस्वी से बात करने से रोक रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोनों भाइयों के बीच वह बोलने वाले कौन होते हैं.
तेजप्रताप ने कहा, उन्हें उनके भाई से बात करने से संजय यादव ने रोका. अभी हम बात ही कर रहे थे कि संजय यादव आया और तेजस्वी को लेकर चला गया. भाई से बात नहीं करने दिया. संभावना जताई जा रही है कि तेजस्वी की दिल्ली दौरे के क्रम में अपने पिता और राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी मुलाकात होगी और राजद में मचे घमासान का अंत होगा. इसके पहले तेजप्रताप अपने बयानों और हरकतों से तेजस्वी समेत राजद के लिए खासी मुश्किलें खड़ी करते रहे हैं. इस बार भी उन्होंने पार्टी समेत भाई को भारी असमंजस में डाल दिया है.
HIGHLIGHTS
- तेजस्वी ने तेजप्रताप को पढ़ाया संस्कार का पाठ
- 23 की बैठक में भाग लेने दिल्ली पहुंचे तेजस्वी
- तेजप्रताप ने फिर डाला पार्टी को असमंजस में