छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को नक्सलवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 22 जवान शहीद हो गए हैं. नक्सल डीजी अशोक जुनेजा ने 22 जवानों की शहादत होने की पुष्टि की है. अब तक 16 जवानों के शव वहां पर बरामद हुए हैं. जबकि करीब 30 जवान इस मुठभेड़ में घायल हुए हैं, जिनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. शहीद जवानों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. कई जवान अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है. बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को मुठभेड़ हुई.
बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा बटालियन, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था. इस अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम के लगभग दो हजार जवान शामिल थे. शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे जोनागुड़ा गांव के पास नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन और तर्रेम के सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी. कई घंटे तक यह मुठभेड़ चली.
शनिवार को रात हो जाने के चलते हमें ऑपरेशन को रोकना पड़ा था. शनिवार देर रात तक इस मुठभेड़ में 5 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हुई. लेकिन रविवार को कई जवानों के लापता होने की खबर सामने आई थी. तलाशी अभियान के दौरान अब 16 जवानों के शव बरामद हुए हैं. मगर 22 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हुई है. लापता जवानों का पता लगाने के लिए आज सुबह से ही ऑपरेशन चल रहा है.
इस मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दुख जताया है और कहा है कि शांति के विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुठभेड़ के संबंध में छत्तीसगढ़ के मख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी बात की. सीआरपीएफ के महानिदेशक को गृह मंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के दौरे पर जाने के लिए कहा है.
HIGHLIGHTS
- बीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़
- 22 जवानों के शहीद होने की पुष्टि
- कई जवान लापता, तलाश जारी