छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले की पुलिस ने मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी तरीके से ऋण स्वीकृत करने के आरोप में भारतीय स्टेट बैंक के उपप्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है. बलरामपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने आज यहां बताया कि पुलिस ने बुधवार को स्टेट बैंक बलरामपुर के उपप्रबंधक अमर गुलशन कुजूर :35 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया. कुजूर पर आरोप है कि उसने मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी तरीके से लोन स्वीकृत किया था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2017—18 के दौरान दौरान आरोपी उपप्रबंधक स्टेट बैंक राजपुर में फील्ड ऑफिसर के पद पर पदस्थ था . उसने मुख्य आरोपी शैलेष गुप्ता के साथ मिलकर गुप्ता के मृत पिता के नाम पर लगभग 10 लाख रुपये के चार अलग अलग ऋण स्वीकृत कर दिए थे. उन्होंने बताया कि आरोपी शैलेष गुप्ता ने अपने मृत पिता के आधार कार्ड और परिचय पत्र के साथ ही कई अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे.
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इस कार्य में बैंक अधिकारी कुजूर ने उसकी मदद की थी. औपचारिकता पूरी करने के बाद कुजूर ने गुप्ता के मृत पिता के नाम पर लोन स्वीकृत कर दिया था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आरोपी को पुलिस ने 14 अक्टूबर 2019 को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था. वहीं, कुजूर का तबादला बलरामपुर स्थित शाखा में कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि कुजूर के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया.
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इसके पहले पिछले साल छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में किसान क्रेडिट कार्ड बैंक ऋण देने का बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ था. इस मामले में 21 किसानों के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. यहां सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह थी कि जिन किसानों के नाम से लोन निकाले गए है, उन्हें मालूम ही नहीं थे कि उनके नाम से लोन भी जारी हो गया. मामला पंजाब नेशनल बैंक के भंडारपुर शाखा का है जहां बैंक के मैनेजर सुमीत कुमार श्रीवास्तव ने डोंगरगढ़ थाना पहुंचकर 21 किसानों के नाम से धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से केसीसी लोन निकालने का मामला दर्ज करवाया.
Source : News Nation Bureau