Bastar Dengue Cases: छत्तीसगढ़ के बस्तर में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. मानसून से पहले की जांच में बड़ी संख्या में लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्काल उपचार शुरू करने के बावजूद, ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि ने विभाग की चिंताओं को बढ़ा दिया है. इस बीमारी की चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग आ रहे हैं. आपको बता दें कि ग्रामीणों ने बढ़ते डेंगू को लेकर आरोप लगाए हैं कि गांवों में दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है और कई ग्रामवासियों को मच्छरदानी नहीं मिल रही है. इसके चलते उन्हें मच्छरों के बीच रहना पड़ रहा है, जिससे खासकर छोटे बच्चे मलेरिया और डेंगू की चपेट में आ रहे हैं.
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दंतेवाड़ा में डेंगू का प्रसार
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा जिले में 30 से ज्यादा डेंगू पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इनमें एनएमडीसी के कर्मचारी भी शामिल हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है. बस्तर जिले में भी डेंगू ने दस्तक दे दी है. शनिवार को दो पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा, 10 मरीजों के नमूने जांच के लिए दंतेवाड़ा से जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज भेजे गए हैं, जहां 8 अन्य लोगों के पॉजिटिव होने की जानकारी मिली है.
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
दंतेवाड़ा जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाख ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के पास डेंगू से निपटने के लिए पर्याप्त दवा है, लेकिन बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के कारण डेंगू का प्रकोप बढ़ा है. फिलहाल विभाग के लोग जागरूकता अभियान चला रहे हैं.
डेंगू से मौत के आंकड़े
आपको बता दें कि बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें विभाग की ओर से मच्छरदानी नहीं मिली है और न ही डेंगू से बचने के लिए गांवों में दवा का छिड़काव किया जा रहा है. यही हाल शहरी क्षेत्रों का भी है, जहां डेंगू से बचाव के लिए दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा है और जागरूकता का भी अभाव है. पिछले दो सालों में बस्तर संभाग के जिलों में डेंगू से 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1500 से अधिक डेंगू पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इस साल भी मानसून से पहले बड़ी संख्या में डेंगू पॉजिटिव मरीज मिलने की पुष्टि हो रही है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इससे निपटने के लिए तैयारियों का दावा कर रहे हैं.
जागरूकता की कमी
इसके अलावा आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि जागरूकता की कमी के कारण डेंगू का प्रकोप बढ़ा है. विभाग द्वारा विभिन्न जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि लोग डेंगू से बचाव के तरीकों को समझ सकें और उनका पालन कर सकें. साथ ही विभाग मच्छरदानी वितरण और दवा के छिड़काव को प्राथमिकता दे रहा है.
HIGHLIGHTS
- बस्तर में डेंगू का कहर
- दंतेवाड़ा में मिले 30 पॉजिटिव मरीज
- स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
Source : News Nation Bureau