एशिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट में नौ अक्टूबर को हुए हादसे में मारे गए लोगों के शव डीएनए टेस्ट रिपोर्ट के बाद परिजनों को सौंपा जा रहा है. हादसे में मारे गए नौ कमर्चारियों के शव पूरी तरह जल चुके थे. इस कारण डेड बॉडी चेंज होने की आशंका को देखते हुए भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन ने डीएनए टेस्ट का निर्णय लिया था। इसकी रिपोर्ट मंगलवार की रात मे आई.
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इस हादसे में कुल 14 लोगों की मौत हो गई थी। घायल 9 कार्मिकों का इलाज सेक्टर 9 अस्पताल में चल रहा है. भिलाई स्टील प्लांट के कोक ओवन में गैस पाइप लाइन में विस्फोट से जान गंवाने वाले 9 में से छह बीएसपी कार्मिकों का शव डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है,बाकी बचे तीन शवों के परिजन भी अस्पताल पहुंच रहे हैं।
हादसे में जान गंवाने वाले कार्मिकों के शव की पहचान न होने के कारण कई परिजनों ने डीएनए टेस्ट की मांग की थी। डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद शव सौंपा गया। डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आने तक शवों की इंबाल्मिंग कराई गई थी। इस प्रक्रिया में शव खराब न हो इसके लिए विशेष लेप बॉडी पर लगाकर फ्रिजर में रखा गया था।
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बता दें कि हादसे के बाद रमन सिंह सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए स्टील प्लांट के पूर्व सीईओ एम. रवि को निलंबित और डीजीएम (एनर्जी) और जीएम को हटा दिया था. हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा राशि के साथ परिवार के किसी एक सदस्य को प्लांट में नौकरी देने की घोषणा भी की गई थी.
Source : News Nation Bureau