छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज देश में जो बातें हो रही हैं, अमित शाह जी कहते हैं ये क्रोनोलॉजी है- CAA, NPR और NRC. नरेंद्र मोदी जी कहते हैं NRC लागू होने वाला नहीं है, तो सवाल इस बात का है कि सच कौन बोल रहा है और झूठ कौन बोल रहा है.
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वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि यदि देश में एनआरसी लागू हुआ तो छत्तीसगढ़ की आधे से अधिक जनता अपनी नागरिकता प्रमाणित नहीं कर पाएगी. बघेल ने एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा था कि जिस तरह महत्मा गांधी ने वर्ष 1906 में अफ्रीका में अंग्रेजों के कानून का विरोध किया था, ठीक उसी तरह वह भी एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या एनआरसी लागू होने के बाद देश की जनता को नोटबंदी की तरह कतार में खड़े होकर अपनी नागरिकता साबित करनी होगी, तो इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिल्कुल सही बात है कि हमें प्रमाणित करना पड़ेगा कि हम भारतीय हैं और यदि कोई भारतीय किसी कारण से यह प्रमाणित नहीं कर पाया तो उसे किस प्रकार से रखा जाएगा?
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भूपेश बघेल ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में 2 करोड़ 80 लाख लोग हैं और उनमें से आधे से अधिक लोग अपनी नागरिकता प्रमाणित नहीं कर पाएंगे, क्योंकि उनके पास जमीन का रिकार्ड नहीं है और कई लोगों के पास जमीन ही नहीं है. उनके पूर्वज पढ़े लिखे नहीं हैं. उनमें से कई दूसरे गांवों या राज्यों में चले गए हैं. वे 50-100 साल का रिकार्ड कहां से लाएंगे. यह अनावश्यक बोझ है. उन्होंने कहा , 'यदि घुसपैठिए इस देश में हैं, तो उन्हें पकड़ने के लिए बहुत एजेंसियां हैं. उन्हें पकड़ें और उनके खिलाफ कार्रवाई करें लेकिन इस तरह वे (भाजपा) आम जनता को कैसे परेशान करेंगे.'