छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सोमवार को चार नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. बीजापुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि बीजापुर जिले में एक दंपती सहित चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इनमें से दो नक्सलियों के सर पर आठ लाख रूपए और तीन लाख रूपए का इनाम भी है. अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों के बटालियन नंबर एक के कंपनी नंबर एक का सेक्शन कमांडर राकेश उईका (26 वर्ष) के सर पर आठ लाख रूपए का इनाम है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उईका बस्तर क्षेत्र में नौ बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है जिनमें अनेक पुलिस जवानों की शहादत हुई है. उईका वर्ष 2017 में सुकमा जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र में पुलिस दल पर हमले की घटना में शामिल रहा है. इस घटना में सीआरपीएफ और जिला पुलिस के 12 जवान शहीद हुए थे. वह मार्च 2015 में पीडमेल गांव के जंगल में एसटीएफ के दल पर गोलीबारी की घटना में भी शामिल रहा है. इस घटना में आठ जवान शहीद हो गए थे. उईका वर्ष 2010 में नक्सली संगठन में भर्ती हुआ था.
यह भी पढ़ें- किसने किया मध्य प्रदेश को बर्बाद ? ट्विटर पर भिड़े शिवराज सिंह और कमलनाथ
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सली सदस्य कक्केम सुक्कु उर्फ सुख लाल (32 वर्ष) भैरमगढ़ एरिया कमेटी के अन्तर्गत प्लाटुन नम्बर 13 में सेक्शन डिप्टी कमांडर के पद पर है. सुक्कु के सर पर तीन लाख रूपए का इनाम है.
उन्होंने बताया कि नक्सली सुक्कु वर्ष 2003 में संगठन में भर्ती हुआ था. वह वर्ष 2006 में कर्रेमरका विस्फोट की घटना में शामिल था. इस घटना में पांच पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. वह वर्ष 2010 में मिरतुर रोड़ में सलवा जुडूम नेता लच्छु कश्यप की हत्या की घटना में भी शामिल रहा है. वह नक्सलियों के मोबाइल पालिटिकल स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया सुक्कु के साथ उसकी पत्नी सोमारी कड़ती (32 वर्ष) और एक अन्य नक्सली बुधरू मोडि़याम (30 वर्ष) ने भी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 10—10 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि दी गई है. साथ ही इन्हें शासन के पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधाएं और लाभ दिया जाएगा.
Source : भाषा