छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलवादियों के साथ शनिवार को हुई भयंकर मुठभेड़ में बड़ा नुकसान हुआ है. अब तक सुरक्षाबलों के 23 जवान शहीद हो गए हैं. बीजापुर पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के स्थान पर 18 और जवानों के शव बरामद हुए हैं. इससे पहले 5 जवानों के शवों को बरामद कर लिया गया था. 30 से ज्यादा जवान मुठभेड़ में घायल भी हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसके अलावा अभी भी कुछ जवान लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है. ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है कि शहीदों की संख्या और बढ़ सकती है. खबर यह भी है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सली भी ढेर कर दिए गए.
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9 घंटे से भी अधिक समय तक हुई मुठभेड़
सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच 9 घंटे से भी अधिक समय तक मुठभेड़ हुई. जवानों पर रॉकेट लॉन्चर और ग्रेनेट का इस्तेमाल नक्सलवादियों ने किया है. बताया जाता है कि इस वारदात में नक्सलियों की प्लाटून थी. कुख्यात माओवादी हिड़मा के नेतृत्व में यह मुठभेड़ हुई. जानकारी के अनुसार, बीजापुर में तर्रेम थाना क्षेत्र के तेकुलागुदेम के पास बड़े नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सुकमा-बीजापुर से सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस की ज्वॉइंट पार्टी उतारी गई थी. सुरक्षाबलों का यह अभियान नक्सलियों के सबसे बड़े पीपुल्स लिबरेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून वन (PLGA 1) में से एक हिडमा के गढ़ में था.
मकानों को खाली कराने के बाद नक्सलियों ने खूनी खेल खेला
कल हुई घटना में भी हिडमा की इस इलाके में होने की जानकारी पर ऑपरेशन लॉन्च किया गया था. जवानों को खबर थी कि नक्सलियों का बड़ा दुर्दांत कमांडर हिडमा इस हमले से ही 1 किलोमीटर की दूरी पर पोवर्ती गांव में है. मगर इसमें फोर्स को सफलता नहीं मिल पाई, बल्कि जवान हिडमा के गैंग एवं एम्बुश में फंस गए. नक्सली पहले से ही घात लगाकर बैठे थे. गांव में मकानों को खाली कराने के बाद नक्सलियों ने खूनी खेल खेला. 50, 500, 100 मीटर की दूरी पर गांव से लेकर खेत में जवानों को मारा गया. इतना ही नहीं जूते लूट लिए. जगह जगह जवानों के शव पड़े थे.
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तीन तरफा जवानों को नक्सलियों ने घेरा था
नक्सलियों ने जवानों पर देशी रॉकेट लॉन्चर दागे थे और हैंड ग्रेनेड का भी इस्तेमाल किया था. कहा यह भी जा रहा है कि नक्सलियों की लंबे समय से जवानों को ट्रैप की तैयारी थी. बताया जाता है कि बीजापुर से 70 किमी दूर तीन तरफा जवानों को नक्सलियों ने घेरा था. करीब 200 से 300 नक्सलियों का समूह सुरक्षाबलों की टुकड़ी पर टूट पड़ा था. बताया जाता है कि सुरक्षाबलों पर इस बड़े हमले के दौरान हिडमा ही सैकड़ों नक्सलियों को लीड कर रहा था.
नक्सली कमांडर हिडमा पर कई लाख का इनाम
पुलिस के खुफिया विभाग और नक्सल विरोधी ऑपरेशन में शामिल वरिष्ठ अफसरों की मानें तो मोस्ट वांटेड माओवादी नेता रमन्ना, जिसके सिर पर 1.4 करोड़ रुपए का इनाम था. उसकी मौत के बाद दुर्दांत नक्सली हिडमा को नक्सलियों द्वारा हमलों की योजना बनाने और उसे अंजाम देने की कमान दी गई थी. हिडमा पर पुलिस ने 50 लाख का इनाम रखा है. लेकिन उसे ढूढ़ने और खत्म करने की लगातार कोशिशें होती रहीं, मगर फोर्स को अभी तक हिडमा को पकड़ने या खत्म करने में सफलता नहीं मिल पाई है.
HIGHLIGHTS
- बीजापुर एनकाउंटर में शहीद हुए 20 जवान
- सुरक्षाबलों और नक्सलियों में हुई मुठभेड़
- नक्सलियों ने किया था रॉकेट लॉन्चर से हमला
- कमांडर हिडमा कर रहा था नक्सलियों को लीड