विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने छत्तीसगढ़ सरकार के फैसले स्वागत किया है. किसानों के कर्ज माफी और समर्थन मूल्य 2500 रुपये दिए जाने पर उन्होंने सरकार को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय किसान परिषद के नेतृत्व में भाजपा सरकार के समय जगदलपुर से रायपुर तक 300 किमी की पदयात्रा का नतीजा है कि देश में छत्तीसगढ़ सरकार पहली सरकार है, जिसने टाटा को लोहंडीगुडा में किसानों की अधिग्रहित जमीन वापस देने का फैसला लिया.
यह भी पढ़ेंः छत्तीसगढ़: प्रशासनिक विभाग में बड़ा फेरबदल, नीतू कमल बनीं रायपुर की पहली महिला एसपी
उन्होंने कहा कि टाटा के 18 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट में किसान को सिर्फ 40 करोड़ दिए गए थे. भाजपा के शासन में किसानों से लूट थी. गुजरात मे टाटा को नैनो कार का प्लांट लगाने जमीन और 20000 करोड़ आधे प्रतिशत में ब्याज पर भाजपा सरकार ने कर्ज दिया था. छत्तीसगढ़ कि तरह गुजरात मे भी नैनो के लिये अधिग्रहित जमीन वापस किसान को दी जानी चाहिये. किसानों की जमीन उद्योगों के लिये अधिग्रहण के विरोध में 28 दिसंबर को मिर्जापुर से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.
यह भी पढ़ेंः मध्य प्रदेश: CM कमलनाथ ने सिंधिया और दिग्विजय गुट को किया संतुष्ट, फिर भी ये हैं नाराज
किसानों का गेंहू और धान का देश भर में 2500 रुपये समर्थन मूल्य लागू होना चाहिए.उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार में कुछ उद्योग पतियों का 2 लाख 41 हजार करोड़ माफ किया गया. बैंक को 4 लाख करोड़ दिए गए किसान के लिये पैसा नहीं है. मुट्ठी भर उद्योगपति के गुलाम बन गए है. वालमार्ट को अनुमति देकर छोटे व्यापारी को नुकसान कर रहे हैं. जनवरी के आखिरी और फरवारी के पहले सप्ताह राजनीतिक पार्टी का एलान करुंगा.
Source : News Nation Bureau