Chhatigarh CM: 10 दिनों स चला आ रहा सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया है. छत्तीसगढ़ के नए सीएम का ऐलान हो चुका है. विष्णुदेव साय राज्य के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. विष्णुदेव साय अदिवासी समाज से आते हैं और बीजेपी ने इसी पर दांव लगाया है. बीजेपी ने चुनाव के दौरान अदिवासी समुदाय के लिए कई तरह की बातें की थी. बीजेपी ने विष्णुदेव को सीएम बनाकर एक रणनीति चला है. आखिर क्या है इसके पीछे की वजह है? क्यों विष्णुदेव सांय को ही सीएम बनाया गया.
आदिवासी वोटर
इलेक्शन कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय के वोटर काफी संख्या में है. ये जिसे वोट करते हैं उसकी सरकार बन जाती है. जानकारी के अनुसार राज्य में आदिवासियों की संख्या 32 प्रतिशत है इसमें 29 विधानसभा सीटें एसटी के लिए रिजर्व है. इस बार के विधानसभा चुनाव में 29 सीटों में से बीजेपी को 17 सीटों पर जीत का स्वाद मिला. इसका साफ मतलब है कि जिधर आदिवासी उधर छत्तीसगढ़ के सीएम की कुर्सी. वहीं बात 2018 के विधानसभा की करें तो बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी ने विष्णुदेव साय को सीएम बनाकर बड़ा दांव खेला है और आदिवासियों को संदेश देने की कोशिश की है कि वो उनके साथ खड़े हैं.
जातिगत जनगणना
दूसरा सबसे बड़ा कारण है ये बीजेपी ओबीसी और आदिवासी समुदाय के वोटर को साधाने के लिए लंबे समय से रणनीति बना रही थी. द्रोपदी मुर्मू को देश के पहले आदिवासी राष्ट्रपति बनाना भी इसी नीति का अंश है. अब बीजेपी ने आदिवासी चेहरे को सीएम बनाकर नया दांव खेला है. माना जा रहा है कि विपक्ष के चल रहे जातिगत जनगणना के अभियान को खत्म करने के लिए गया है.
साफ छवि और भ्रष्टाचार मुक्त
बीजेपी हमेशा से भ्रष्टाचार के खिलाफ रही है. पीएम मोदी इस मुद्दे पर कई बार प्रहार कर चुके हैं. वहीं 2024 के आम चुनाव की माने तो सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार बनने जा रहा है. पीएम इस मुद्दे को पांच राज्य के विधानसभा चुनाव के दौरान उठा चुके हैं. बीजेपी चाहती है कि सीएम उसे बनाया जाए जो भ्रष्टाचारमुक्त हो, जिसपर कोई भी क्रिमिनल केस नहीं चल रहा हो, जमीन से जुड़े हो और जिसकी छवि जनता के बीच साफ हो. बात वर्तमान की करें तो झारखंड में चल रहे कांग्रेस सांसद धीरज साहू के घर हो रही नोटों की गिनती ने सबकों हैरान कर दिया है. बीजेपी इसे लगातार सवाल उठा रही है और निशाना साध रही है.
संघ से रिश्ते
हम सब जानते हैं कि बीजेपी में बड़े फैसले संघ से सहमति के बाद ही पूरा होता है. इस लिए जब भी किसी को बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है तो देखा जाता है कि उसके संघ के साथ कैसे रिश्ते हैं. इसके साथ ही ये भी देखा जाता है कि संगठन में कितनी पकड़ है. विष्णुदेव साय के संघ के साथ अच्छे संबंध है और छत्तीसगढ़ की राजनीति में अच्छी पकड़ रखते हैं. इसके साथ ही पार्टी में सभी से अच्छे रिश्ते और सभी विधायकों को साथ लेकर चलेंगे. इस बात का प्रमाण साय पहले भी दे चुके हैं वो प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी अच्छे तरीके से संभाल चुके हैं. इस हिसाब से अनुभव की कोई कमी नहीं है कि कैसे चलाना है.
Source : News Nation Bureau