छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में तीन इनामी नक्सली समेत 10 नक्सलियों ने पुलिस के सामने समर्पण कर दिया. दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि जिले में चलाए जा रहे लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर 10 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने समर्पण कर दिया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि समर्पण करने वाले नक्सलियों में बामन सोड़ी उर्फ दुर्गेश गंगालूर एरिया कमेटी कंपनी नंबर दो का सदस्य था. दुर्गेश पर आठ लाख रूपए का इनाम था.
वहीं मिलिशिया कमांडर मंगू पोड़ियामी और मिलिशिया प्लाटून कमांडर नंदराम सोड़ी पर एक-एक लाख रूपए का इनाम घोषित था. उन्होंने बताया कि अन्य सात नक्सलियों में दो जन मिलिशिया सदस्य, तीन चेतना नाट्य मंडली के सदस्य और दो दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन के सदस्य थे.
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सली बामन सोड़ी के खिलाफ वर्ष 2007 में बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर हमले और वर्ष 2008 में मिरतुर थाना क्षेत्र में पुलिस दल पर हमले की घटनाओं में शामिल होने का आरोप है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा सोड़ी के खिलाफ इस वर्ष गंगालूर थाना क्षेत्र के अतर्गत पुसनार, डोडीतुमनार और पिड़िया गांव में 14 ग्रामीणों की हत्या और अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मिलिशिया प्लाटून कमांडर नंदाराम सोड़ी पर वर्ष 2008 में गंगालूर थाना क्षेत्र के पिड़िया गांव की पहाड़ी से सुरक्षा बल के हेलिकॉप्टर पर गोलीबारी करने का आरोप है. इस घटना में हेलिकॉप्टर का पायलट शहीद हो गया था. उन्होंने बताया कि अन्य नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला, ग्रामीणों की हत्या और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में नक्सलियों की घर वापसी के लिए थाना, शिविरों और पंचायत भवनों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय नक्सलियों का नाम चस्पा कर लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत माओवादियों से समर्पण करने की अपील की जा रही है. उन्होंने बताया कि पिछले चार माह में लोन वर्राटू अभियान के तहत 58 इनामी नक्सली समेत 218 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को समर्पण करने वाले नक्सलियों को प्रोत्साहन स्वरूप 10—10 हजार रूपये प्रदान किया गया है.
Source : Bhasha