प्रदेश कांग्रेस महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बुधवार को रायपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हमने जनता से सच सामने लाने का वादा किया है, निभाएंगे. ‘सीएम मैडम’, ‘साहेब’ और ‘सीएम कुक’ के सच से डरती है BJP. झीरम की जांच सीबीआई से करवाने की हामी तो BJP ने ही भरी थी. नान घोटाला प्रदेश के लाखों गरीबों के हक के राशन की चोरी का मामला है. गरीबों की थाली के अनाज को जिन रसूखदार लोगों ने चुरा लिया, उनकी जांच होनी चाहिये, उन पर कार्यवाही होनी चाहिये.
यह कांग्रेस ने बार-बार कहा है. चुनाव अभियान में, संभागों में, रैलियों में कहा है. पत्रकारवार्ताओं में कहा है. पीसीसी और एआईसीसी की पत्रकारवार्ताओं में कहा है. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का बयान BJP के डर को ही उजागर कर रहा है. BJP अध्यक्ष होने के नाते वो जानते हैं कि नान घोटाले से लेकर झीरम जनसंहार तक BJP की सरकार ने क्या-क्या किया है? जहां तक बदला लेने का सवाल है तो BJP से तो चुनाव में जनता बदला ले चुकी है और 15 सीटों तक समेट कर बता दिया है कि कुशासन की क्या सज़ा होती है.
यह भी पढ़ेंः माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कक्षा-9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा का टाइम टेबल जारी
कांग्रेस जनता से किये हुये वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. कांग्रेस ने चुनाव शुरु होने के बहुत पहले से कहते आए हैं कि हमारी सरकार आएगी तो हम जांच करवाएंगे जिससे पता चले कि ‘सीएम मैडम’ ‘सीएम कुक’ और ‘साहेब’ कौन हैं जिनके पास नान घोटाले के हज़ारों करोड़ पहुंचे. नान घोटाले के मामले में एसआईटी गठित करने के राज्य सरकार के फैसले पर धरमलाल कौशिक BJP प्रदेश अध्यक्ष का बयान पूरी तरीके से असंगत और वैधानिक कानूनी प्रक्रिया के साथ साथ देश के कानून के भी खिलाफ है.
धरमलाल कौशिक जी ने अपने बयान में जो बातें कहीं हैं वह सीआरपीसी और आईपीसी के प्रावधानों के अनुरूप नहीं है. धरमलाल कौशिक जी कानूनी मामलों के जानकार हैं और वह ऐसी असंगत बेतुकी बात कर ही नहीं सकते. स्पष्ट है कि यह बयान धरमलाल कौशिक जी से नान के घोटालेबाजों के द्वारा दिलवाया गया है. दरअसल नान मामले में एसआईटी गठित होने के समाचारों से नान के घोटालेबाज बौखला गए हैं और इस बात से भयभीत हो गए हैं कि नान घोटाले के पैसों का वास्तविक कच्चा चिट्ठा यानी पूरा का पूरा आइसबर्ग कहीं उजागर ना हो जाए.
यह भी पढ़ेंः छत्तीसगढ़ः शराबबंदी पर रमन सरकार के सुझाव पर भूपेश कैबिनेट सन्न
कौशिक जी क्या नागपुर, सतना और लखनऊ गए पैसों का राज़ भी उजागर होने से डर रहे है. सच सामने आने से डर रहे हैं और अभी तो ये शुरुआत है. कांग्रेस जनता से किए वादे के मुताबिक़ चिटफंड कंपनियों के घोटाले और हर घपले घोटाले की जांच भी करवाएगी. झीरम में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की सामूहिक हत्या भी BJP के गले की फांस है. क्या BJP अध्यक्ष नहीं जानते हैं कि ये हत्याकांड क्यों हुआ और किसके कहने से अंजाम दिया गया?
क्या कौशिक जी को डर सता रहा है कि जांच की आंच इन तक न पहुंच जाए? BJP जांच से घबरा रही है क्योंकि जांच से सच सामने आएगा इसीलिए तो विधानसभा में वादा करने के बावजूद झीरम कांड की सीबीआई जांच नहीं करवाई गई. BJP प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के द्वारा राजनीतिक वातावरण में सौजन्यता की दुहाई दी गई है. झीरम में जहां माओवादियों का कांग्रेस नेताओं के परिवर्तन यात्रा के काफिले पर हमला हुआ और छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं की पूरी पीढ़ी शहीद हो गई ठीक उसी जगह पर BJP सरकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी .
यह भी पढ़ेंः 5 डिसमिल से कम रकबे की जमीन खरीदने वालों को भूपेश सरकार का तोहफा
क्या धरमलाल कौशिक जी जीरम में कांग्रेस के काफिले को सुरक्षा ना देने को सौजन्यता कहते हैं ? BJP के प्रदेश पदाधिकारी ने BJP के मंत्री की सीडी बनाई थी और इस मामले में विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को आरोपी बनाया जाना क्या राजनैतिक सौजन्यता थी ?
चालान पेश होने के बाद जांच के खिलाफ BJP स्मरण रखे एनसीपी के नेता रामअवतार जग्गी के हत्याकांड के मामले में BJP की रमन सिंह सरकार ने ही दोबारा जांच भी कराई और अनुपूरक चालान भी प्रस्तुत किया गया था. नान घोटालें में भी जांच का नजरिया दोषियों को सजा दिलाना है. BJP द्वारा देश की स्थापित कानूनी प्रक्रिया के खिलाफ राजनीतिक स्वार्थवश बयानबाजी किया जाना कदापि उचित नहीं है. बदले का डर किसे सताता है.
यह भी पढ़ेंः छत्तीसगढ़ : रामपुकार होंगे विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर, 3 को लेंगे शपथ
बदले का डर किसी पुण्यात्मा सत्कर्म करने वाले को नहीं सताता. उन्हें सताता है जिन्होंने दुष्कर्म किए होते हैं और किसी को सताने का काम किया होता है. बार बार बदला बोल कर BJP साबित कर रही है कि पंद्रह वर्षों के शासनकाल में उसने सत्ता का दुरुपयोग करके लोगों को गलत मामले मुक़दमों में फंसाया है और लोगों को बेवजह सताया है. इसीलिए साधारण कानूनी कार्रवाई से भी उसे लग रहा है कि यह बदले की कार्रवाई है. कांग्रेस बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करती बल्कि बदलाव में विश्वास करती है और हम पारदर्शिता लाने का बदलाव कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau