राज्य के हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने के लिए CM भूपेश बघेल ने शुरू की 'पढ़ई तुंहर पारा' योजना

छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में कोरोना वायरस (CoronaVirus Covid-19) संक्रमण के दौरान प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने के लिए ‘पढ़ई तुंहर पारा’ (पढ़ाई आपके मोहल्ले तक) योजना शुरू करेगी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को राज

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Vineeta Mandal
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CM Bhupesh Baghel( Photo Credit : (फाइल फोटो))

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छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में कोरोना वायरस (CoronaVirus Covid-19) संक्रमण के दौरान प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने के लिए ‘पढ़ई तुंहर पारा’ (पढ़ाई आपके मोहल्ले तक) योजना शुरू करेगी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया. इस दौरान उन्होंने जनता के नाम संदेश में कहा,‘‘ लॉकडाउन के कारण प्रभावित शिक्षा को निरंतर जारी रखने के लिए हमने ऑनलाइन शिक्षा योजना ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर’’ शुरू की थी जिसका लाभ 22 लाख बच्चों को मिल रहा है और दो लाख शिक्षक-शिक्षिकाएं इस व्यवस्था से जुड़े हैं.’’

उन्होंने कहा,‘‘ इस पहल को आगे बढ़ाते हुए अब हम गांवों में समुदाय की सहायता से बच्चों को पढ़ाने के लिए ‘पढ़ई तुंहर पारा’ योजना शुरू कर रहे हैं. इंटरनेट के अभाव वाले अंचलों के लिए 'ब्लूटूथ' आधारित व्यवस्था 'बूल्टू के बोल' का उपयोग किया जाएगा.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य अधोसंरचना के विकास के लिए एक ओर जहां 37 स्वास्थ्य केन्द्रों के भवनों का निर्माण किया जा रहा है वहीं संक्रमण के उपचार के लिए 30 अस्पताल, तीन हजार 383 बिस्तर, 517 आईसीयू बिस्तर, 479 वेन्टिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं.

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बघेल ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ाने के लिए शहरी क्षेत्रों में 'मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना' शुरू की जाएगी, जिसके तहत प्रथम चरण में सभी 14 नगर निगमों में 70 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से चिकित्सक हर जरूरतमंद की चैखट पर पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि,‘‘'राधाबाई डायग्नोस्टिक सेंटर योजना' भी शुरू की जाएगी, जो रियायती दरों पर पैथोलॉजी और अन्य जांच सुविधाएं उपलब्ध कराएगी.’’

बघेल ने इस दौरान कहा,‘‘ भगवान राम दुनिया में अरबों-खरबों लोगों के मन-मंदिर में विराजते हैं. हम कण-कण और रग-रग में उनकी उपस्थिति महसूस करते हैं. उनका छत्तीसगढ़ से गहरा नाता है. माता कौशल्या का मायका यानी रामजी का ननिहाल छत्तीसगढ़ है. इस नाते भगवान राम हमारी लोक आस्था में ‘भांचा राम’ के रूप में बसे हैं. इसके अलावा वनवास के दौरान राम जी का काफी समय छत्तीसगढ़ में ही बीता. लव-कुश के जन्म और महर्षि वाल्मीकि की छत्र-छाया में उनकी शिक्षा-दीक्षा जैसे अनेक प्रसंगों के साक्ष्य लोक आस्था को आनंदित व गौरवान्वित करते हैं.’’

उन्होंने कहा,‘‘ माता कौशल्या, भगवान राम और उनसे जुड़े विभिन्न प्रसंगों की स्मृतियों को चिरस्थायी बनाने के लिए हमने ‘कोरिया से सुकमा’ तक ‘राम वन गमन पर्यटन परिपथ’ विकास की योजना बनाई है और उसे शीघ्रता से क्रियान्वित भी कर रहे हैं. चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर परिसर को भव्य स्वरूप देने का कार्य शुरू किया गया है.’’

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मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ प्रशासन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उनके हितों की रक्षा के लिए मैं घोषणा करता हूं कि राज्य में होने वाली नई नियुक्तियों और पदोन्नतियों के लिए गठित की जाने वाली समितियों में महिला प्रतिनिधियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी.’’ बघेल ने कहा कि राज्य में बिजली का उत्पादन, उपलब्धता बढ़ाने के लिए कार्य कुशलता में वृद्धि की गई है. वहीं बिजली के उपभोग से रोजगार और खुशहाली में वृद्धि का रास्ता अपनाया है. इसके लिए पारेषण-वितरण तंत्र को मजबूत करने के लिए ‘मुख्यमंत्री विद्युत अधोसंरचना विकास योजना’ प्रारंभ की जा रही है.

उन्होंने राज्य के किसानों से कहा,‘‘ हमें इस बात पर गर्व है कि हमारी सरकार किसान हितकारी सरकार कहलाती है. ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ के तहत हमने आपको मिलने वाले पांच हजार 700 करोड़ रुपए की पहली किस्त एक हजार 500 करोड़ रुपए दी थी. इसकी दूसरी किस्त राजीव जी की जयंती पर 20 अगस्त को दी जाएगी.’’ 

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