केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों और मौतों पर चिंता जताई है. केंद्रीय मंत्री ने आगामी सर्दी के मौसम और त्योहारों को देखते हुए सावधानी बरतने के लिए कहा है. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से राज्य में कोरोना की स्थिति और कोविड-19 के विषय में वीडियो कॉन्फ्रेंस से बातचीत की.
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इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से छत्तीसगढ़ में मृत्यु दर वर्तमान में 1.19 फीसदी है जो राष्ट्रीय औसत 1.48 से कम है. हमारे पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक राज्य में संक्रमण की दर 10.31 फीसदी है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मई के अंत में 492 मामले थे जो पिछले पांच महीनों में बढ़कर 1,96,233 हो गए हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड—19 महामारी के दौरान मृत्यु को देखें तो अस्पताल में भर्ती होने के 24 घंटे के बाद 34.8 फीसदी मरीजों की मृत्यु हुई है, वहीं 72 घंटों के दौरान 46.2 फीसदी मरीजों ने दम तोड़ दिया है. यह ऐसा मामला है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है. हर्षवर्धन ने कहा कि राज्य के सात जिलों-रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चाम्पा और कोरबा में संक्रमण के कुल मामलों में से 61 फीसदी मामले आए हैं.
वहीं इस महामारी के कारण हुई मौतों में से 71 प्रतिशत मौतें इन जिलों में हुई है. उन्होंने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक राज्य के इन सात जिलों और तीन अन्य जिलों महासमुंद, बलौदाबाजार और धमतरी में बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं जो कुल मौतों का 81.2 प्रतिशत है. इन जिलों में संक्रमण को रोकने और मृत्यु दर को कम करने की आवश्यकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उम्मीद है कि कोविड-19 के लिए टीका अगले साल के दूसरे या तीसरे महीने में उपलब्ध होगा. इस बीमारी से लड़ने के साथ साथ टीकाकरण अभियान की भी व्यवस्था करनी होगी. उन्होंने कहा कि आने वाले सर्दियों के मौसम तथा त्याहारों के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
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इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. इस दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा कि सितम्बर-अक्टूबर महीनों में अनलॉक की प्रक्रिया शरू होने की वजह से कोरोना के मामले बढ़े हैं. राज्य के वह जिले जो भौगोलिक स्थिति के कारण अन्य राज्यों के संपर्क में रहते हैं वहां लोगों के आवागमन से कोरोना संक्रमण का प्रसार हुआ है.
सिंहदेव ने कहा कि राज्य में वर्तमान रोजाना 22 हजार से 25 हजार नमूनों की जांच हो रही है. कोविड अस्पतालों में ज्यादा से ज्यादा बिस्तरों तक ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तत्परता से काम किया गया है.
Source : Bhasha