एक तरफ पंजाब में सियासी बवंडर अभी थमा नहीं है कि छत्तीसगढ़ में भी राजनीतिक हलचल तेज होने लगी है. पिछले कुछ दिनों से नाराज चल रहे मंत्री टीएस सिंहदेव अचानक दिल्ली रवाना हो गए हैं. इसके अचानक दिल्ली आने के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में अपनी बहन के जन्मदिन समारोह में शामिल होने जा रहे हैं. उन्होंने इसे निजी दौरा बताया है. दरअसल छत्तीसगढ़ में भी पिछले कुछ दिनों से लगातार खींचतान चल रही है. पिछले ही महीने सीएम भूपेश बघेल, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पीएल पुनिया और टीएस सिंह देव की दिल्ली में राहुल गांधी के साथ मैराथन मीटिंग हुई थी.
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जानकारी के मुताबिक बैठक में ढाई साल वाले फॉर्मूले पर चर्चा की गई थी. हालांकि इस बारे में कोई भी खुलकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. टीएस सिंहदेव जब दिल्ली से लौटे तो उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में एक ही चीज स्थायी तौर पर देखी है और वह है परिवर्तन. उन्होंने बताया था कि आलाकमान से खुले मन से बातचीत हुई है और वे जल्द ही निर्णय लेंगे.
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गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में सरकार चलाने के लिए ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला दिया गया है. इसे लेकर दिल्ली में आलाकमान की बैठक में बातचीत हो चुकी है. दिल्ली में 24 अगस्त को वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी. इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के बीच कुछ मतभेद तक रहे हैं. भूपेश बघेल के समर्थकों ने टीएस सिंहदेव पर कुछ आरोप भी लगाए थे. विधानसभा सत्र के दौरान ही टीएस सिंहदेव नाराज होकर एकांतवास में चले गए थे. अब पंजाब में राजनीतिक घटनाक्रम के बदलने पर छत्तीसगढ़ में भी सरगर्मियां बढ़ गई हैं.